Edited By ,Updated: 02 Jun, 2015 04:43 PM
पंजाबी जहां भी जाते हैं अपनी छाप छोड़ देते हैं। मामला चाहे न्यूजीलैंड में एक मरते हुए बच्चे के सिर पर पगड़ी को पट्टी की तरह बांधकर उसकी जान बचाने का हो या कनाडा में पंजाबी लड़की की दरियादिली का।
वैंकूवरः पंजाबी जहां भी जाते हैं सबके दिलों में जगह बना लेते हैं। मामला चाहे न्यूजीलैंड में एक मरते हुए बच्चे के सिर पर पगड़ी को पट्टी की तरह बांधकर उसकी जान बचाने का हो या कनाडा में पंजाबी लड़की की दरियादिली का। पंजाबियों की शान अलग है और अलग ही रहती है।
वैंकूवर के एक स्कूल में पंजाबी छात्रा परम चौहान ने उस समय सभी का दिल जीत लिया जब उसने अपनी काबलियत का सबूत देते हुए पहले एक मुकाबले में कार जीती और फिर वह कार अपने साथ मुकाबले में हारे गोरे की निराशा को देखकर उसे दे दी। वास्तव में हर साल लार्ड ट्रैजमूर सेकेंडरी स्कूल में आखिरी साल के विद्यार्थियों में से पहले नंबरों पर रहने वाले 3 विद्यार्थियों का चयन किया जाता है और उनमें से एक को लक्की ड्रा के द्वारा चुनकर उसे इनाम के तौर पर कार दी जाती है।
इस मौके परम को इनाम के तौर पर कार मिली तो उसने देखा कि उसके साथ दूसरे 2 विद्यार्थियों के यह देखकर चेहरे उत्तर गए। परम ने एक पल की देरी किए बिना अपनी जीती हुई कार उनको दे दी और कहा कि उसके पास पहले ही कार है और दूसरे जरूरतमंद विद्यार्थी को दे दी जाए।
अपने इस दिल जीत लेने वाले कारनामे के बाद परम ने कहा कि अब उसे वह खुशी महसूस हो रही है, जो कार जीतने पर भी नहीं हुई थी।