Edited By ,Updated: 27 Jun, 2015 10:39 AM
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि देश भर में नशों की दलदल में पंजाब सर्वाधिक धंसा हुआ है।
होशियारपुर (अश्विनी, जैन): केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि देश भर में नशों की दलदल में पंजाब सर्वाधिक धंसा हुआ है। आज यहां राज्य स्तरीय नशा विरोधी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कुछ समय पूर्व करवाए गए सर्वे में यह बात साफ हुई कि पंजाब में नशेडिय़ों की प्रतिशत संख्या अन्य राज्यों से सबसे ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब में नशे की रोकथाम के लिए राज्य सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। पंजाब में विकलांगों के लिए जीरकपुर में 50 करोड़ रुपए की लागत से नैशनल स्पोर्ट्स सैंटर की स्थापना की जा रही है, इसके लिए भूमि पंजाब सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई है। देश के 112 जिलों, जिनमें अनुसूचित जातियों की संख्या 50 प्रतिशत से ज्यादा है, के विकास हेतु केंद्र सरकार ने 20-20 लाख रुपए जारी कर दिए हैं। 5-5 लाख रुपए जल्द जारी कर दिए जाएंगे। इस योजना के अधीन पंजाब के 112 गांवों का चयन किया गया है।
इन गांवों के लिए राज्य सरकार भी 20-20 लाख रुपए का योगदान डालेगी। केंद्र सरकार देश में हाथ से मैला साफ करने की प्रक्रिया को समाप्त करने के लिए तेजी से पग उठा रही है।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने गहलोत के बयान के उलट कहा कि पंजाब में नशों से ग्रस्त लोगों की संख्या को विरोधी दल व मीडिया वाले बढ़ा-चढ़ा कर बता रहे हैं। अफगानिस्तान से पाकिस्तान व पंजाब को नशों की तस्करी करके सारे विश्व को नशों की सप्लाई की जा रही है। इसे रोकने की जंग केवल पंजाब सरकार ही लड़ रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में नशों के विरुद्ध एक भी केस दर्ज नहीं हुआ। एक प्रश्न के उत्तर में बादल ने कहा कि कुछ आतंकवादियों को पंजाब की जेलों में लाने में वह कोई गलत बात नहीं समझते।