Edited By ,Updated: 28 Jun, 2015 11:45 AM
डॉक्टर को लोग भगवान का रूप मानते है यदि वहीं डॉक्टर अपनी कही बातों या इलाज करने से मुकर जाएं तो सोचो वो कैसे इन पर विश्वास कर सकते है।
अम्बाला: डॉक्टर को लोग भगवान का रूप मानते है यदि वहीं डॉक्टर अपनी कही बातों या इलाज करने से मुकर जाएं तो सोचो वो कैसे इन पर विश्वास कर सकते है।
दरअसल हम बात हरियाणा के अंबाला जिले की कर रहे है, जहां गरीब गर्भवती महिला दुर्गावती 2 अस्पतालों में भटकी, उसे न तो कहीं भर्ती किया गया, न ही इलाज किया गया और डॉक्टरों ने प्रसव कराने से भी इंकार कर दिया।
परेशान पति सोनू (रिक्शा चालक) दुर्गावती को वापिस ले जा रहा था तो वह प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी और सड़क किनारे (झोपड़ी में) बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद लोगों ने एंबुलेंस को सूचना दी और महिला को कैंट सिविल अस्पताल ले जाया गया।
कैंट सिविल अस्पताल के एसएमओ डाॅ. सतीश ने बताया कि सोनू अपनी पत्नी को लाया था, उसकी पत्नी दुर्गावती का तीसरा सिजेरियन ऑपरेशन होना था जो यहां करना ठीक नहीं था।