Edited By ,Updated: 29 Jul, 2015 04:32 PM
कहते हैं, भगवान जब देता है, छप्पर फाड़कर देता है यह कहावत चरितार्थ हुई घर-घर जाकर चूल्हा-चौका करने वाली कानपुर की उर्मिला यादव के साथ, जिसके बैंक खाते में अचानक इतनी बड़ी रकम जमा हो गई
कानपुर: कहते हैं, भगवान जब देता है, छप्पर फाड़कर देता है यह कहावत चरितार्थ हुई घर-घर जाकर चूल्हा-चौका करने वाली कानपुर की उर्मिला यादव के साथ, जिसके बैंक खाते में अचानक इतनी बड़ी रकम जमा हो गई कि वह दुनिया की सबसे अमीर शख्सियत बन गई। कुछ देर के लिए ही सही, लेकिन शहर की एक महिला ने दुनिया के सबसे अमीर दंपती का रुतबा हासिल कर चुके बिल गेट्स को भी पीछे छोड़ दिया। महिला ने बैंक खाते में सिर्फ दो हजार रुपए धनराशि जमा कराई लेकिन पासबुक प्रिंटिंग के दौरान बैलेंस की रकम 95,711 अरब रुपए हो गई। यह रकम गेट्स दंपती की घोषित संपत्ति 5,554 अरब रुपए से करीब 20 गुनी है।
हालांकि यह खुशी कुछ ही देर उसके पास रही, क्योंकि ऐसा बैंक की गलती से हुआ था, जिसे जल्द ही सुधार लिया गया। अब गेट्स से भी ज्यादा रकम अपने बैंक खाते में देखने वाली लखनपुर की उर्मिला यादव बीमार पड़ गई हैं। उनको सपने में रुपए ही रुपए नजर आ रहे हैं। तीन दिन से उर्मिला के दिन का चैन और रात की नींद हराम हो गई है। सिर दर्द से फटा जा रहा है। बैंक ने भले ही सर्वर की गलती से उनके खाते में डाल दिए हों, लेकिन वो इसे ऊपरवाले का एक गरीब के साथ किया गया मजाक मान रही हैं। उनका कहना है कि भगवान ने उनकी गरीबी का मजाक बनाया है। उर्मिला ने तीन दिन से न तो ठीक से खाना खाया है और न नींद आ रही है।
आपको बता दें कि यूपीएसआईडीसी कर्मी मदारपुर, विकास नगर के लालता प्रसाद के मकान में किरायेदार रामलखन यादव की पत्नी उर्मिला यादव ने रामकृष्ण नगर में एसबीआई शाखा के यूपीएसआईडीसी विस्तार पटल लखनपुर में मदारपुर विनायकपुर निवासी उर्मिला यादव का खाता (संख्या 35014400299) है। खाते में नो योर कस्टमर (केवाईसी) की औपचारिकता अधूरी थी। 1000 रुपए जमा कर 23 जून 2015 को बचत खाता खोला था। 30 जून को खाते में एक हजार रुपए जमा कराए। बैंक ने उर्मिला को लेटर ऑफ थैंक भेजा तो वह वापस आ गया। इस पर बैंक ने खाता 22 जुलाई को सेट होल्ड मोड में डाल दिया।
24 जुलाई को उर्मिला के खाते में परिचय दाता लालता प्रसाद ने जब पासबुक ली तो उनके होश उड़ गए। खाते में बैंक बैलेंस 95,711 अरब रुपए था। आनन-फानन आरके नगर शाखा के प्रबंधक राकेश कुमार खत्री ने पासबुक मंगवाकर परीक्षण कराया तो सर्वर की तकनीकी खराबी सामने आई। बैंक प्रबंधक ने स्टेट बैंक मुख्यालय, मुंबई को पूरी रिपोर्ट भेजी, तो मुख्यालय से सर्वर में तकनीकी खामी से ऐसा होने की जानकारी दी गई। खत्री ने बताया था कि सर्वर की दिक्कत दूर कर ली जाएगी। उर्मिला को यही नहीं पता था कि एसबीआई की 'कृपा' से वह दुनिया की सबसे अमीर इंसान बन चुकी हैं।