Edited By ,Updated: 01 Aug, 2015 05:45 PM
जिस किसी ने भी समाज को सुख दिया हो समाज उसके जाने के बाद उसे याद जरूर रखता है और आज देश के पूर्व राष्ट्रपति रहे और मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले भारत के लोकप्रिय अब्दुल कलाम के अचानक हुए.....
नई दिल्ली: जिस किसी ने भी समाज को सुख दिया हो समाज उसके जाने के बाद उसे याद जरूर रखता है और आज देश के पूर्व राष्ट्रपति रहे और मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले भारत के लोकप्रिय अब्दुल कलाम के अचानक हुए निधन पर हर कोई गमगीन है। अब्दुल कलाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने के बाद देश की सोशल मीडिया पर यह मांग जोर पकडऩे लगी है कि 'मिसाइल मैन' के नाम से मशहूर डॉ. कलाम की तस्वीर को भारतीय मुद्रा (रुपयों) पर प्रकाशित किया जाए। लोगों का मानना है कि डॉ. कलाम के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। ऐसे में उनकी तस्वीर को भारतीय रुपयों पर प्रकाशित होनी चाहिए।
डॉ. कलाम ने अपने जीवन के चार दशक का समय भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान इसरो को दिए। इस दौरान 1998 में भारत की पहली परमाणु मिसाइल परीक्षण में कलाम का योगदान अभिन्न था। डॉ. कलाम को उनके काम के लिए भारत का सर्वोच्च नागिरक सम्मान भारत रत्न भी दिया जा चुका है।
गौरतलब है कि मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के रूप में लोकप्रिय रहे पूर्व राष्ट्रपति डा एपीजे अब्दुल कलाम का सोमवार शाम आईआईएम में एक व्याख्यान देने के दौरान दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया था। उनके निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई थी। डा कलाम की व्याख्यान के दौरान गिरने के बाद नाजुक हालत में बेथनी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था और उसके दो घंटे से अधिक समय बाद उनके निधन की पुष्टि की गई थी। कलाम ने अंतिम ट्वीट किया था, जीवन जीने योग्य ग्रह पर आईआईएम में क्लास लेने के लिए शिलांग जा रहा हूं।