Edited By ,Updated: 20 Aug, 2015 05:41 PM
मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देश के सबसे गंदे शहरों में शामिल किए जाने के बाद शहर के एक निजी स्कूल के बच्चों ने अपने शहर से ये कलंक मिटाने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है।
भिण्ड: मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देश के सबसे गंदे शहरों में शामिल किए जाने के बाद शहर के एक निजी स्कूल के बच्चों ने अपने शहर से ये कलंक मिटाने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम लिखे गए पत्र में बच्चों ने उन्हें ‘मामाजी’ संबोधित करते हुए लिखा है कि अब उन्हें सिर्फ इन दोनों से ही शहर को दुर्दशा से उबारने की उम्मीद रह गई है क्योंकि स्थानीय नेताओं और अधिकारियों ने लंबे समय से शहर की अनदेखी की है।
पत्र में कहा है कि आज शहर के पार्क से लेकर गलियों में कीचड़ पसरा है। बच्चे अब गली-गली और घर-घर जाकर लोगों को भी इस बारे में जागरुक करेंगे। वहीं इस मुद्दे पर भिण्ड जिले के प्रभारी कलेक्टर आरपी भारती ने कहा कि यह वास्तव में शर्म की बात है कि भिण्ड जिले को देश के गंदे शहर का दर्जा मिला है, इसके लिए मुख्य रुप से नगरपालिका जिम्मेदार है।
उन्होंने चंबल संभाग के आयुक्त शिवानंद दुबे को पत्र लिखकर नगरपालिका भिण्ड के सीएमओ आरएस छारी के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है। वहीं नगरपालिका परिषद भिण्ड की अध्यक्ष कलावती ने बताया कि शहर से लगे दाग को हटाने के लिए नगरपालिका की एक टीम को मैसूर भेजा जायेगा, जो वहां का मॉडल देखकर उसी की तर्ज पर भिण्ड का विकास निर्धारित करेगा।