Edited By ,Updated: 30 Aug, 2015 12:08 PM
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सत्तासीन होने के 6 महीने बाद लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं हो पाने तथा जनलोकपाल विधेयक के पेश नहीं किए जाने को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते ....
नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सत्तासीन होने के 6 महीने बाद लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं हो पाने तथा जनलोकपाल विधेयक के पेश नहीं किए जाने को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए दिल्ली भाजपा ने आज कहा कि सरकार को इसकी समयसीमा बतानी चाहिए कि वह जनलोकपाल विधेयक कब पेश कर रही है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने ‘भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, ‘‘इस सरकार को छह महीने से ज्यादा का समय हो गया, लेकिन उसने न तो लोकायुक्त की नियुक्ति की और न ही अपने वादे के मुताबिक जनलोकपाल विधेेयक लेकर आई। केजरीवाल सरकार ने जनलोकपाल और स्वराज का इस्तेमाल सिर्फ वोट के लिए किया। वह इस पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि आप सरकार की बुनियाद ही लोकपाल आंदोलन के जरिए पड़ी। चुनाव से पहले इन्होंने जनलोकपाल विधेयक जल्द पेश करने का वादा किया था। अपनी पहली सरकार के समय जनलोकपाल के मुद्दे पर ही केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया था। परंतु अब पता चल गया कि यह पार्टी लोकपाल और स्वराज को लेकर कितना गंभीर है।...हमारी मांग है कि सरकार इसकी समयसीमा बताए कि वह जनलोकपाल विधेयक कब पेश कर रही है।
उपाध्याय ने लोकायुक्त बनने के आप सरकार के प्रस्ताव को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एपी शाह द्वारा ठुकराए जाने को लेकर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि गंभीरता का कितना का अभाव है कि जिसको (शाह) इन्होंने लोकायुक्त बनाने का प्रस्ताव दिया उनसे इस बारे में बात भी नहीं की। लोकपाल को लेकर इनकी गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।