Edited By ,Updated: 31 Aug, 2015 06:20 PM
धर्म के आधार पर जारी जनगणना रिपोर्ट के बाद विभिन्न नेताआें द्वारा विवादित बयान देने का सिलसिला धमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
नई दिल्ली: धर्म के आधार पर जारी जनगणना रिपोर्ट के बाद विभिन्न नेताआें द्वारा विवादित बयान देने का सिलसिला धमने का नाम ही नहीं ले रहा है। ताजा मामले में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि दो बच्चों के कानून को लागू करने की वकालत कर दी है। तोगडिय़ा ने कहा कि मुसलमानों की आबादी में एकतरफा वृद्धि हो रही है और हिन्दुओं की आबादी घट रही है। आरएसएस के मुखपत्र 'ऑर्गनाइजर' में विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष ने लिखा है कि हिन्दुओं की आबादी तेजी से विलुप्ति की ओर बढती नजर आ रही है। मुसलमानों की आबादी व्यवस्थित ढंग से बढ़ रही है।
तोगडिय़ा ने कहा कि हिन्दुओं की हिस्सेदारी 1951 के 84 प्रतिशत के मुकाबले 80 प्रतिशत से नीचे आ गई है, जबकि मुसलमानों की आबादी इसी अवधि में 10 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता लागू किया जाना अत्यावश्यक है। विहिप नेता ने कहा कि 'यदि हम अभी आबादी जिहाद के खिलाफ खड़े नहीं हुए तो भारत जल्द ही इस्लामिक राज्य बन जाएगा। राजनीतिक दबाव की परवाह किए बिना दो बच्चों का कानून कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए। जनगणना के ताजा आंकड़े एक चेतावनी हैं।
गाैरतलब है कि सरकार ने पिछले दिनों धर्म के आधार पर की गयी जनगणना के आंकड़े जारी किये थे | आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए जाति आधारित राजनीति करने वाले दल जद यू, राजद,सपा और द्रमुक जैसे दल मोदी सरकार से मांग कर रहे है कि वो जाति आधारित जनगणना के आंकड़े भी जारी करें | गौरतलब है यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुयी जाति आधारित जनगणना के आंकड़ों को अभी तक सरकार ने जारी नहीं किया है क्योंकि इससे समाज में फूट आएगी |