Edited By ,Updated: 28 Nov, 2015 07:58 PM
वार्ता उत्तर प्रदेश में भदोही के शहर कोतवाली क्षेत्र के करियांव चैरापुर बैदान गांव में ‘जाको राखे साईयां मार सके ना कोय’ इस पंक्ति को चरितार्थ होते तब यहां देखा गया ...
भदोही: वार्ता उत्तर प्रदेश में भदोही के शहर कोतवाली क्षेत्र के करियांव चैरापुर बैदान गांव में ‘जाको राखे साईयां मार सके ना कोय’ इस पंक्ति को चरितार्थ होते तब यहां देखा गया जब नौ दिन से लापता एक नेत्रहीन व्यक्ति को उसके घर के पालतू कुत्ते ने खोज निकाला। इस संबंध में करियांव चैरापुर बैदान निवासी कृपाशंकर मिश्र बताते है कि उनके बड़े भाई हरिशंकर मिश्र नौ दिन पूर्व घर से शाम को शौच के लिए निकले थे। जिनकी आंखो से कम दिखाई पड़ता है। शौच के लिए निकले हरिशंकर मिश्र घर से लगभग 200 मीटर स्थित एक पुराने जर्जर कुएं में गिर गए। कुआं झाडिय़ों के बीच स्थित है। गनीमत यह थी कि उसमें पानी नही है। जब वह काफी देर तक घर नही पहुंचे तो उनकी खोजबीन शुरू की गई,लेकिन कुछ पता नही चल सका।
गुमशुदगी की सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी गयी। सुबह घर का पालतू कुत्ता कुएं के पास पहुंच गया। पहुंचते ही भौंकने लगा। भौंकते हुए वह घर की तरफ तथा घर से कुएं के तरफ दौडऩे लगा। इसे देख परिजन कुत्ते के पीछे हो लिए। कुत्ता कुएं के पास जाकर रूक गया। लोगो ने जब कुएं में झांका तो हरिशंकर मिश्रा कुएं में बेहोश पड़े थे। इस बात की चर्चा गांव में जंगल के आग की तरह फैल गयी। लोगो के प्रयास से हरिशंकर मिश्रा को कुएं से बाहर निकाला गया। बेहोशी की हालत में उन्हे भदोही नगर के एक प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां डा. आर.के.पटेल ने बताया कि नौ दिन भूखा प्यासा होने के कारण हरिशंकर मिश्र पूरी तरह कमजोर हो गये है। इलाज के बाद अब स्वस्थ्य हो रहे है।