Edited By ,Updated: 13 Feb, 2016 11:23 AM
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की आर्थिक तथा पाकिस्तान संबंधी नीति की कड़ी आलोचना की है और कहा कि उसने जनता का भरोसा खो दिया है ।
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की आर्थिक तथा पाकिस्तान संबंधी नीति की कड़ी आलोचना की है और कहा कि उसने जनता का भरोसा खो दिया है । डा सिंह ने साप्ताहिक पत्रिका इंडिया टुडे के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था ठीक हालत में नहीं है जबकि आज दुनिया में अर्थव्यवस्था के लिए कई चीजेें उस समय से बेहतर हैं जब उनकी सरकार सत्ता में थी। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतेें अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस समय 30 डॉलर प्रति बेरल के करीब है जबकि उनकी सरकार के समय यह 150 डॉलर तक पहुंच गई थी। कच्चे तेल की कीमते घटने से देश को भुगतान संतुलन में मदद मिली है और चालु खाते का घाटा कम हुआ है। लेकिन मौजूदा सरकार इस स्थिति का फायदा बड़े पैमाने में पर अर्थव्यवस्था में निवेश आकषिर्त करने के लिये नहीं उठा पाई है।
डा सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की बात करते हैं लेकिन इस सरकार के समय आर्थिक वृद्धि दर में संप्रग सरकार के सत्ता से हटते समय की तुलना में कोई खास अंतर नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मोदी साइलेंट प्राइम मिनिस्टर हैं। पूर्व प्रधानंमत्री ने कहा कि मोदी सरकार अब विश्वास के संकट का सामना कर रही है और लोगों का उससे भरोसा उठ गया है। उन्होंने मोदी सरकार की पाकिस्तान संबंधी नीति की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें एकरुपता नहीं है। वह पाकिस्तान के मामले में एक कदम आगे बढ़ती है तो दो कदम पीछे हट जाती है। नेपाल के साथ भी इस सरकार के समय संबंध खराब हुए है।
डा सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बात के लिए भी आलोचना की कि वह ऐसे मुद्दों पर चुप रहे हैं जिन पर देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए। इस संदर्भ में उन्होंने मुजफरनगर दंगों तथा दादरी की घटना का उल्लेख किया।