Edited By ,Updated: 27 May, 2016 01:33 PM
प्याज के दाम हर सीजन में सरकार को रुलाने के लिए तैयार रहते हैं लेकिन इस बार सरकार की चिंता का कारण आलू बन रहा है।
नई दिल्लीः प्याज के दाम हर सीजन में सरकार को रुलाने के लिए तैयार रहते हैं लेकिन इस बार सरकार की चिंता का कारण आलू बन रहा है। एशिया की सबसे बड़ी फल एवं सब्जी मंडी आजादपुर में मई माह में आलू के दाम 13 से 15 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गए हैं। इसी माह आलू के दामों में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई है। वहीं खुदरा बाजार में दाम 20 से 23 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गए हैं। अगर सरकार ने जल्द ही आलू के दामों में रोक लगाने के लिए उचित कदम नहीं उठाए तो दालों के बाद अब आलू के दाम भी आसमान छूने लगेंगे।
देश में उत्तर प्रदेश के बाद पश्चिम बंगाल और पंजाब में सबसे ज्यादा आलू पैदा होता है। इस बार इन दोनों ही राज्यों में आलू की फसल कम रही है। इसके चलते वर्ष 2015-16 के दौरान 455.69 लाख टन लाख की फसल पैदा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जबकि वर्ष 2014-15 के दौरान यह फसल 480.09 लाख टन रही थी। इस वर्ष जहां पश्चिम बंगाल में सिर्फ 95 लाख टन आलू पैदा होने की उम्मीद लगाई जा रही है। वहीं पंजाब में यह पैदावार केवल 80 लाख टन ही रह सकती है। आजादपुर मंडी में वर्तमान में पहाड़ी आलू की आवक है। जो ट्रक रोजाना मंडी पहुंच रहे हैं उनमें हिमाचल, उत्तराखंड और पंजाब के ट्रक शामिल हैं। बावजूद इसके आलू की आवक पूरी नहीं हो पा रही है, जिसके चलते दाम बढ़े हैं।