Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 May, 2024 01:01 PM
केंद्र सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स की दरों में कटौती कर दी है। सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स को बुधवार से 8400 रुपए प्रति टन कर दिया है। ये पहले 9600 रुपए प्रति टन पर था जिसे घटाकर 8400 रुपए प्रति टन पर लाया गया...
बिजनेस डेस्कः केंद्र सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स की दरों में कटौती कर दी है। सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स को बुधवार से 8400 रुपए प्रति टन कर दिया है। ये पहले 9600 रुपए प्रति टन पर था जिसे घटाकर 8400 रुपए प्रति टन पर लाया गया है। यह टैक्स विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क- स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (एसएईडी) के तौर पर लगाया जाता है। नई दरें एक मई यानी आज से लागू हो गई हैं।
डीजल, पेट्रोल और एटीएफ पर कितना लगा टैक्स
आधिकारिक नोटिफिकेशन के मुताबिक डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर एसएईडी को शून्य पर बरकरार रखा गया है।
2022 की जुलाई में पहली बार लगाया गया था विंडफॉल टैक्स
भारत ने पहली बार एक जुलाई 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर टैक्स लगाया था। इसके साथ ही वह उन देशों में शामिल हो गया जो ऊर्जा कम्पनियों के असाधारण लाभ पर टैक्स लगाते हैं। तेल की पिछले दो हफ्तों की औसत कीमतों के आधार पर कर टैक्स रेट की समीक्षा हर पखवाड़े की जाती है। सरकार ने विंडफॉल टैक्स के तौर पर निर्यात पर लगने वाला एक तरह का टैक्स लागू किया जो स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के रूप में लगता है। हर पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को देखकर विंडफॉल टैक्स को घटाने या बढ़ाने का फैसला किया जाता है।
पिछली समीक्षा बैठक में घटाई थीं दरें
भारत सरकार ने पिछली समीक्षा बैठक यानी 15 अप्रैल को देश में पेट्रोलियम क्रूड पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को बढ़ाया था। इसे 6800 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 9600 रुपए प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया था जो 15 दिन बाद आज घटे हैं।