Edited By ,Updated: 26 Jul, 2016 03:55 PM
अफस्फा और सेना के अत्याचारों के खिलाफ पिछले 16 सालों से भूख हड़ताल पर बैंठीं इरोम शर्मिला ने भूख हड़ताल खत्म कर चुनाव लडऩे का फैसला किया है।
इंफाल: अफस्फा और सेना के अत्याचारों के खिलाफ पिछले 16 सालों से भूख हड़ताल पर बैंठीं इरोम शर्मिला ने भूख हड़ताल खत्म कर चुनाव लडऩे का फैसला किया है। उनके सहयोगियों के अनुसार, इरोम शर्मिला शादी करना तथा चुनाव लडऩा चाहती हैं। शर्मिला ने मंगलवार को इंफाल कोर्ट के बाहर पत्रकारों को बताया कि अनशन खत्म करने के बाद वह चुनाव लडऩा चाहती है।
सूत्रों का कहना है कि इरोम शर्मिला बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ेगी। माना जा रहा कि शर्मिला के इस फैसले मणिपुर की राजनीति पर बड़ा असर पड़ेगा। मणिपुर में 2017 में विधानसभा चुनाव होने हैं। 42 साल की शर्मीला को आयरन लेडी भी कहा जाता है। वह पिछले 16 साल से भूख हड़ताल पर हैं। उनकी यह हड़ताल मणिपुर से आर्मड फोर्स स्पेशल पॉवर एक्ट हटवाने के लिए है। कई बार उन्हें नाक में ट्यूब डालकर खाना खिलाने की कोशिश भी की गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
इरोम शर्मिला ने 4 नवंबर, 2000 में आमरण अनशन शुरू किया था, जब कथित रूप से असम राइफल के जवानों ने इंफाल एयरपोर्ट के पास बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रहे 10 लोगों को गोलियों से भून डाला था। इसके बाद से इरोम शर्मिला लगातार एएफएसपीए को मणिपुर से हटाने की मांग कर रही है.