Edited By ,Updated: 26 Jul, 2016 05:41 PM
अकसर हम भारतीय ज्यादा पैसा कमाने के चकर में विदेश जाकर फस जाते है। एेसा ही एक मामला दुबई में सामने अाया है । बता दें कि...
दुबई : अकसर हम भारतीय ज्यादा पैसा कमाने के चकर में विदेश जाकर फस जाते है। एेसा ही एक मामला दुबई में सामने अाया है। बता दें कि दुबई में काम कर रहे कई इंडियन वर्कर्स यहा पर फस गए है । अब इन सभी वर्कर्स ने सरकार से मदद मांगी है।
जानकारी के मुताबिक इन वर्कर्स के वर्क परमिट एक्सपायर हो चुके हैं और खर्च के पैसे खत्म हो चुके हैं। मदद मांगने वालों में तमिलनाडु के 15 वर्कर्स हैं। इन वर्कर्स का कहना है कि नवंबर 2015 से इन्हें तनख्वाह नहीं दी गई है। इनके कॉन्ट्रेक्ट, वीसा, लेबर कार्ड और रेसिडेंट आइडेंटिटी कार्ड एक्सपायर हो चुके हैं, लेकिन स्पॉन्सर इन्हें रिन्यू नहीं कर रहा है और बिना पेमेंट के काम करवा रहा है। बताया जा रहा है कि काम के लिए दुबई जाने वाले साउथ एशियन वर्कर्स की हालत काफी खराब है। ये खराब हालात में रहते हैं और सुविधाओं के नाम पर इन्हें कुछ नहीं दिया जाता। ईरान के फोटोग्राफर फरहाद बेरामन ने इन वर्कर्स की लीविंग कंडीशन की फोटोज खींची थी।
सूत्रों के मुताबिक दुबई के जिस इलाके में ज्यादातर भारतीय और साउथ एशियन वर्कर रहते हैं, उसे 'सोनापुर' कहते हैं। यहां 150,000 से ज्यादा वर्कर रहते हैं, जिनमें ज्यादा भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन के हैं। दुबई पहुंचते ही इनके पासपोर्ट ले लिए जाते हैं और एयरपोर्ट से सीधे सोनापुर भेज दिया जाता है। यहां 12 बाय 12 फीट के कमरे में छह से आठ लोग रहते हैं। वर्कर दिन में 14 घंटे तक काम करते हैं। बता दें कि यहां टेम्परेचर 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।