Edited By ,Updated: 27 Jul, 2016 02:13 PM
हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने मंगलवार को खुलासा किया कि आतंकवादी संगठन हिजबुल मुझाहिदीन के मृत कमांडर बुरहान वानी ने उसकी मौत से पहले उनके साथ बात की।
श्रीनगर : हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने मंगलवार को खुलासा किया कि आतंकवादी संगठन हिजबुल मुझाहिदीन के मृत कमांडर बुरहान वानी ने उसकी मौत से पहले उनके साथ बात की।
आज यहां हैदरपुरा इलाके में उनके निवास के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए गिलानी ने कहा कि कमांडर बुरहान ने मौत से कुछ पल पहले उनको फोन किया और कहा कि वह अपने मोर्चे पर लड़ रहे हैं और उसका मानना है कि हुरिर्यत नेता भी उनके काम के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गिलानी ने आतंकी कमांडर को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों से दृढ़ रहने की अपील की। गिलानी ने कहा कि उसकी ईमानदारी और प्रतिबद्धता की वजह से बुरहान ने शहादत हासिल की और दुनिया इस बात की गवाह है कि उसके जनाजे में लाखों लोगों ने हिस्सा लिया।
गिलानी ने घाटी में मौजूदा विद्रोह का श्रेय बुरहान को दी। उन्होने कहा कि यह 22 वर्षीय बुरहान के बलिदान की वजह से हुआ है कि कश्मीर फिर से भारत के खिलाफ खड़ा हो गया है।
लोगों से हुरिर्यत नेतृत्व के प्रौटेस्ट प्रोग्राम का धार्मिक रुप से पालन करने की अपील करते हुए गिलानी जिनको गत रात गिरफतार किए जाने के बाद फिर से नजरबंद कर दिया गया ने कहा कि हम एक बड़ी शक्ति से लड़ रहे हैं लेकिन हमारी प्रतिबद्धता और बलिदान इसको हरा देगी।
गिलानी के संबोधन के दौरान प्रदर्शनकारियों जिनके हाथों में आतंकी बुरहान वानी के पोस्टर और पाकिस्तान के झंडे थे, ने आजादी समर्थक और भारत विरोधी नारेबाजी की।
इस बीच गिलानी, मलिक और मीरवायज ने सरकारी, गैर सरकारी और अन्य सेक्टरों में काम करने वाले कर्मचारियों से मस्जिदों में दिल खोलकर दान करने को कहा है।
अलगाववादियों के अनुसार इससे उन लोगों की मद्द की जाएगी जो गरीब हैं और इतने दिनों के बंद के कारण जो लोग कुछ भी नहीं कमा पाए हैं। अलगाववादियों की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, यह मुश्किल समय है और हमे एक दूसरे के साथ इस कठिन दौर में खड़े होना है और मदद करनी है।