Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 11:49 AM
मंगलवार को संसद मानसून सत्र काफी हंगामे भरा रहा। वहीं आज सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में मौजूद रहे।
नई दिल्ली: मंगलवार को संसद मानसून सत्र काफी हंगामे भरा रहा। वहीं आज भी दोनों सदनों में किसानों के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ।
राज्यसभा में हंगामा
राज्यसभा में शरद यादव ने भी किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरा। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज भी जंतर-मंतर पर कई किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार चुप है।
लोकसभा 12 बजे तक स्थगित
लोकसभा में किसानों के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे को लेकर सदन में आज प्रश्नकाल नहीं हो पाया और सदन की कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सदस्य प्रश्नकाल रद्द करके किसानों के मुद्दे पर तुरंत चर्चा कराने की मांग करने लगे। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रीय जनता दल आदि के सदस्य आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। इसपर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से आग्रह किया कि कृषि संकट के बारे में सदन की कार्यसूची में नियम 193 के तहत चर्चा सूचीबद्ध है जिसमें विपक्ष किसानों के संकट, उनकी चुनौतियों पर चर्चा करे। लेकिन विपक्षी सदस्य ‘किसानों को गोली मारना बंद करो‘,‘झूठे वादे बंद करो‘, ‘एमएसपी का क्या हुआ’ आदि नारे लगाना जारी रखा। महाजन ने भी कहा कि नियम 193 के तहत चर्चा होनी है तो फिर व्यवधान क्यों। इसका मतलब है कि सदस्य सदन चलाने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने कार्रवाई12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। मंगलवार को भी इसी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्ऱवाई नहीं चली थी।
भाजपा संसदीय दल की बैठक
सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में मौजूद रहे।
बता दें कि मंगलवार को राज्यसभा में बहस के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने नाराज होकर अपना इस्तीफा दे दिया था। हालांकि मायावती का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है क्योंकि उन्होंने तीन पन्नों का त्यागपत्र सौंपा है, जो नियमों के खिलाफ है।