Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2017 03:33 PM
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की नो बॉल बेहद सुर्खियों में रही।
नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की नो बॉल बेहद सुर्खियों में रही। बुमराह की इस नो बॉल का फायदा पाकिस्तान टीम के ओपनर बल्लेबाज फखर जमान को मिला। बुमराह ने मैच के चौथे ओवर में फखर को धोनी के हाथों कैच आउट करवाया। टीम जश्र मनाने लगी लेकिन अंपायर ने गेंद को नो बॉल करार दिया। लेकिन फखर इतने दिनों बाद दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि बुमराह की गेंद के नो बॉल घोषित होने से मुझे ऐसा लगा जैसे उन्हें नई जिंदगी मिल गई हो।
उन्होंने कहा, ‘‘जब विकेट के पीछे गेंद लपकी गई तो मेरा दिल बैठ गया था। मैं सन्न रह गया था और पवेलियन की और कदम बढ़ाने लगा था, मुझे लगा कि मेरी उम्मीदें टूट गईं। मैं लगातार यही सोच रहा था कि मैं ऐसे कैसे अपना विकेट गंवा सकता हूं। मुझे बड़ा स्कोर बनाना था ना कि तीन रन पर आउट होकर पवेलियन लौटना था।’’
हालांकि कुछ ही देर में अंपायर ने जमां को रोक लिया। इस बारे में जमां ने बताया, ‘‘जैसे ही मुझे अंपायर ने रोका मुझे लगा कि मुझे नई उम्मीद मिल गई। ऐसा लगा कि मुझे नई जिंदगी मिल गई है। मैंने खुद से कहा कि ये नो बॉल निकल गई, इसका मतलब आज का दिन मेरा ही है।’’ पाकिस्तानी ओपनर फखर जमान ने कहा कि बुमराह की गेंद के नो बॉल घोषित होने से उन्हें जैसे नई जिंदगी मिल गई जमान ने कहा, जब मैंने सेंचुरी लगाई थी तो मुझे लगा कि वे इसे नजरअंदाज कर देंगे लेकिन मैंने देखा कि कोहली मेरे लिए ताली बजा रहे थे।