Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 09:09 PM
भारतीय टेस्ट टीम में वापसी पर नजरें टिकाए बैठे दिनेश कार्तिक ने कहा कि वह अपने शाट्स की बदौ..
चेन्नई: भारतीय टेस्ट टीम में वापसी पर नजरें टिकाए बैठे दिनेश कार्तिक ने कहा कि वह अपने शाट्स की बदौलत मध्यक्रम में प्रभाव छोडऩे में सक्षम हैं लेकिन कभी विकेटकीपिंग नहीं छोड़ेंगे। घरेलू सत्र में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत कार्तिक ने हाल में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय टीमों में वापसी की लेकिन वेस्टइंडीज दौरे पर सिर्फ बल्लेबाज के रूप में खेले। कार्तिक ने पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच में नाबाद 50 रन बनाए जबकि वेस्टइंडीज के खिलाफ एकमात्र टी20 मैच में 48 रन की पारी खेली।
बांग्लादेश के खिलाफ 2010 में अपना पिछला टेस्ट खेलने वाले कार्तिक ने कहा कि मैं एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी20 टीम का हिस्सा हूं, इसलिए अब टेस्ट टीम में स्थान के लिए प्रयास करना चाहता हूं। यह मेरा सपना है। मैं एक बार फिर सफेद पोशाक पहनना चाहता हूं और विराट कोहली की कप्तानी में खेलना चाहता हूं। मेरे पास जिस तरह के शाट हैं वह मध्यक्रम में प्रभाव छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि मुझे एकदिवसीय प्रारूप में मिले मौके का इस्तेमाल करूं। लेकिन मैं इसके बारे में सोचते रहकर अपने उपर दबाव नहीं बनाना चाहता। मेरी योजना जब भी मौका मिले तब रन बनाना है। देश के लिए रन बनाना अच्छा लगता है।
टीम में वापसी अच्छा अहसास है। लक्ष्य 2019 में विश्व कप में खेलना है। जब यह पूछा गया कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम में बल्लेबाज के रूप में चयन के कारण क्या वह विकेटकीपिंग छोड़कर बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि मैं विशुद्ध विकेटकीपर और विशुद्ध बल्लेबाज हूं। इस तरह से मैं दो कौशल वाला खिलाड़ी हूं। मैं विशुद्ध आलराउंडर हूं और किसी भी स्थान पर क्षेत्ररक्षण कर सकता हूं। मुझे हमेशा से आत्मविश्वास रहा है कि मैं किसी भी टीम में बल्लेबाज के रूप में खेल सकता हूं। विकेटकीपर मेरे अंदर नैसर्गिक रूप से है।