Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Apr, 2018 03:51 PM
सैंकड़ो ओर आंदोलन क्या कहते हैं आंदोलन कहते हैं कुछ चाहिए तो कुर्वानी देनी पड़ेगा, लेकिन पहले के ओर अब के आंदोलनों में दी जाने वाली कुर्बानियो में अंत है पहले आंदोलनों में अपनी जान की कुर्बानी दी जाती थी, आज के आंदोलन में भीड़ को इकठ्ठा...
सैंकड़ो ओर आंदोलन क्या कहते हैं
आंदोलन कहते हैं
कुछ चाहिए तो कुर्वानी देनी पड़ेगा,
लेकिन पहले के ओर अब के आंदोलनों में दी जाने वाली कुर्बानियो में अंत है
पहले आंदोलनों में अपनी जान की कुर्बानी दी जाती थी,
आज के आंदोलन में भीड़ को इकठ्ठा कर
अपने ही लोग अपने ही लोगों गोलियां चला देते हैं,
ताकि की मौके की सरकारों को बदनाम किया जा सके,
कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ पूरे करने के लिए साजिशें करते हैं,
इन्ही साजिशों को आज कल आंदोलन का नाम दे दिया जाता है,
ऐसे आंदोलनों से अपना स्वार्थ पूरा करने वाले पैसे के दम पर इसे हिंसक बना देते हैं ।
आप ने देखा ही होगा आजादी के बाद के ज्यादातर आंदोलनों से सिर्फ सत्ता बदली है व्यवस्था कब और कहां बदली है," हम औरों के हाथ जा खिलौना बन जाते हैं, समाज के दुश्मन सत्ता के लोभी हर बार हमारा इस्तेमाल कर जाते हैं ।
संदीप गर्ग
9316188000