Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 May, 2023 12:47 PM
बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों ने 2022 में नौ लाख करोड़ रुपए के कुल 34 लाख आवास ऋण वितरित किए। इसमें से 25 लाख रुपए तक के कर्ज की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही। खुदरा ऋण पर इक्विफैक्स और एंड्रोमेडा की एक अध्ययन रिपोर्ट में यह कहा गया है। ‘भारतीय खुदरा...
नई दिल्लीः बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों ने 2022 में नौ लाख करोड़ रुपए के कुल 34 लाख आवास ऋण वितरित किए। इसमें से 25 लाख रुपए तक के कर्ज की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही। खुदरा ऋण पर इक्विफैक्स और एंड्रोमेडा की एक अध्ययन रिपोर्ट में यह कहा गया है। ‘भारतीय खुदरा ऋण परिदृश्य-अप्रैल 2023' शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार, बीते वर्ष जनवरी-दिसंबर के दौरान ऋण वितरण में सालाना आधार पर 18 प्रतिशत और ऋण संख्या में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, कुल बकाया आवास ऋण दिसंबर, 2021 से दिसंबर, 2022 तक 16 प्रतिशत बढ़ गया। वैश्विक आंकड़ा, विश्लेषण एवं प्रौद्योगिकी कंपनी इक्विफैक्स का मुख्यालय अटलांटा में है। एंड्रोमेडा देश की सबसे बड़ी ऋण वितरकों में से एक है। अध्ययन में बताया गया कि व्यक्तिगत ऋण श्रेणी में 2022 में 57 प्रतिशत वृद्धि देखी गई। खुदरा उद्योग का बाजार मूल्य दिसंबर, 2022 तक 100 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया। 31 दिसंबर, 2022 तक खुदरा उद्योग में 54 करोड़ सक्रिय ऋण थे।
एंड्रोमेडा के कार्यकारी चेयरमैन (बिक्री एवं वितरण) वी स्वामीनाथन ने कहा कि चाहे वह सार्वजनिक बैंक हो, निजी बैंक हो या आवासीय वित्तीय कंपनियां (एचएफसी), सभी इकाइयां आवास ऋण क्षेत्र में अच्छी वृद्धि कर रही हैं। उन्होंने कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल में नीतिगत दर रेपो में वृद्धि करने के बावजूद व्यक्तिगत ऋण की ब्याज दरों में आवास ऋण की ब्याज दरों की तुलना में उतनी अधिक वृद्धि नहीं हुई है।” अध्ययन में बताया गया कि कुल ऋण वितरण में 25 लाख रुपए तक के ऋण की हिस्सेदारी 67 प्रतिशत रही। वहीं 75 लाख रुपए से एक करोड़ रुपए के ऋण वितरण में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वर्ष 2021 में 25 लाख रुपए तक के ऋण में 2020 की तुलना में 67 प्रतिशत वृद्धि हुई।