नई दिल्ली: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) 2,058 करोड़ रुपए के प्रस्तावित जेट-एतिहाद सौदे पर अंतिम फैसले से पहले और विचार विमर्श करेगा। यह देश के विमानन क्षेत्र में सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) होगा। नरेश गोयल प्रवर्तित जेट एयरवेज द्वारा अबू धाबी की एतिहाद को 24 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री के प्रस्ताव को पहले ही सरकार की मंजूरी मिल चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि सीसीआई ने अभी तक इस सौदे पर अंतिम विचार नहीं बनाया है। वह इस पर और विचार विमर्श के बाद अंतिम विचार बनाएगा। बाजार में अनुचित व्यापार व्यवहार पर निगाह रखने वाले प्रतिस्पर्धा आयोग ने प्रस्तावित सौदे पर संबंधित पक्षों से और जानकारी मांगी है। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने इसी महीने सौदे को अनुमति दी है।
इसके अलावा भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा विदेशी निवेश संवद्र्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से भी सौदे को मंजूरी मिल चुकी है। सौदा पूरा होने के बाद एयरलाइंस में नरेश गोयल की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत रहेगी। जेट के पास 24 फीसदी हिस्सेदारी होगी और शेष हिस्सा सार्वजनिक शेयरधारकों के पास रहेगा।
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