Edited By Pardeep,Updated: 09 May, 2018 05:23 AM
जहां एक ओर बैंकों ने ए.टी.एम्ज में ताले लगा दिए हैं वहीं दूसरी ओर पूर्वोत्तर राज्यों में कैश की किल्लत बढ़ गई है। ताज्जुब की बात तो यह है कि हाल में कैश की किल्लत से देश के एक दर्जन से अधिक राज्य परेशान थे लेकिन अभी तक वहां की हालत ठीक नहीं हुई है।...
नई दिल्ली: जहां एक ओर बैंकों ने ए.टी.एम्ज में ताले लगा दिए हैं वहीं दूसरी ओर पूर्वोत्तर राज्यों में कैश की किल्लत बढ़ गई है। ताज्जुब की बात तो यह है कि हाल में कैश की किल्लत से देश के एक दर्जन से अधिक राज्य परेशान थे लेकिन अभी तक वहां की हालत ठीक नहीं हुई है। अब लोगों को पूर्वोत्तर राज्यों में कैश की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आर.बी.आई.) की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार देशभर में बैंकों ने पिछले 10 महीनों में करीब 2000 से अधिक ए.टी.एम्ज बंद कर दिए हैं। वहीं दूसरी ओर बैंकों ने ब्रांचों से दूर लगे ए.टी.एम. की संख्या में इजाफा किया है। जिन बैंकों ने अपने ए.टी.एम. की संख्या में कटौती की है उनमें एस.बी.आई. पहले नंबर पर है। एस.बी.आई. की ब्रांच पर अब पूरे देश में 1,07,630 ए.टी.एम. लगे हैं जिनकी संख्या मई, 2017 में 1,10,116 थी। वहीं ब्रांच से दूर लगे ए.टी.एम. की संख्या 98,360 से बढ़कर 99,029 हो गई है। पंजाब नैशनल बैंक ने भी अपने 1000 से अधिक ए.टी.एम. बंद कर दिए हैं।
नॉर्थ-ईस्ट में बढ़ी कैश की किल्लत
वहीं दूसरी ओर नॉर्थ इंडिया और ईस्ट इंडिया में कैश की किल्लत को झेलना पड़ा था। इसके बाद आर.बी.आई. ने नोट छापने और उनकी सप्लाई बढ़ाने का काम किया था। अभी देश के ये राज्य इससे उबर भी नहीं पाए हैं कि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को कैश की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुवाहाटी स्थित आर.बी.आई. के रीजनल ऑफिस से इन राज्यों में कैश की सप्लाई नहीं हो रही है जिससे ए.टी.एम. खाली पड़े हुए हैं। अभी बैंकों में पुराने नोट हैं जिनको ए.टी.एम. में लोड किया जा रहा है। बैंकों को आर.बी.आई. की तरफ से भरोसा दिया जा रहा है कि इस हफ्ते के बीच स्थिति को संभाल लिया जाएगा।