Edited By Supreet Kaur,Updated: 30 May, 2018 09:49 AM
पैट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के कारण पैकेज्ड स्नैक्स, डिटर्जैंट और खाद्य तेल जैसी रोजमर्रा के उपयोग वाली चीजों के दाम 4 से 7 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। इन चीजों को बनाने वाली कम्पनियों के इस बयान से महंगाई को और हवा मिलने व इसके चलते...
नई दिल्लीः पैट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के कारण पैकेज्ड स्नैक्स, डिटर्जैंट और खाद्य तेल जैसी रोजमर्रा के उपयोग वाली चीजों के दाम 4 से 7 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। इन चीजों को बनाने वाली कम्पनियों के इस बयान से महंगाई को और हवा मिलने व इसके चलते कंज्यूमर डिमांड पर असर पडऩे का डर पैदा हो गया है। पिछले साल नवम्बर में जी.एस.टी. काऊंसिल के 178 आइटम्स पर टैक्स रेट 28 से घटाकर 18 प्रतिशत करने के फैसले से कीमतों में जो कमी आई थी, उसका काफी असर अब दाम चढ़ने से खत्म हो जाएगा।
जी.एस.टी. रेट घटने पर प्रमुख कम्पनियों ने डिटर्जैंट, डियोड्रैंट, शैंपू, स्नैक्स और एडिबल ऑयल के दाम औसतन 10-20 प्रतिशत घटाए थे। पैराशूट हेयर ऑयल और सफोला कुकिंग ऑयल बनाने वाली मैरिको के एम.डी. सौगत गुप्ता ने कहा कि क्रूड के दाम अगर मौजूदा स्तर पर बने रहे तो अगली दो तिमाहियों में कीमतें पूरे सैक्टर में 4-5 प्रतिशत बढ़ सकती हैं। मानसून अच्छा रहने के अनुमान के चलते रूरल डिमांड के बेहतर रहने की उम्मीद है और कम्पनियां क्रूड के चलते बढ़ी लागत का बोझ खुद उठाकर ग्रोथ बढ़ाना चाहती थीं लेकिन यह भी देखें कि पिछले सालभर में क्रूड प्राइसेज में काफी बढ़ौतरी हुई है।
1 महीने में बढ़ सकते हैं 5 से 7 प्रतिशत तक दाम
पारले प्रोडक्ट्स के कैटागरी हैड कृष्ण राव ने कहा कि अगले एक महीने में दाम 5-7 प्रतिशत बढ़ सकते हैं। इस साल मार्च में क्रूड और रिफाइंड पामोलीन पर कस्टम्स ड्यूटी बढ़ाए जाने के बाद क्रूड की कीमतों में उछाल आया है। इसका कुछ बोझ तो कस्टमर्स पर डालना ही पड़ेगा। इस साल मार्च में सरकार ने क्रूड पामोलीन पर इंपोर्ट ड्यूटी 30 से बढ़ाकर 44 प्रतिशत कर दी थी, वहीं रिफाइंड पाम आयल पर इसे 40 से बढ़ाकर 54 प्रतिशत कर दिया गया था।
कई बड़ी कम्पनियों ने दिए दाम बढ़ाने के संकेत
डाबर के चीफ फाइनैंशियल ऑफिसर ललित मलिक ने कहा कि आयल की बढ़ती कीमतों का हम पर सीधा असर पड़ता है। इससे प्रॉफिट माॢजन पर निश्चित रूप से दबाव आता है। प्राइसिंग को लेकर हम सतर्क हैं और ट्रैंड पर नजर बनाए हुए हैं। एच.यू.एल. और पी. एंड जी. के प्रवक्ताओं ने इस संबंध में कुछ भी कहने से मना कर दिया है। इडलवाइज सिक्योरिटीज के वी.पी. अवनीश रॉय ने कहा कि साबुन और डिटर्जैंट बनाने वाली कम्पनियों का क्रूड डेरिवेटिव्स से अप्रत्यक्ष संबंध है लेकिन पाम ऑयल का दाम बढऩे का सीधा असर पैकेज्ड स्नैक्स पर पड़ता है।