अधिकारियों को कर संग्रह बढ़ाने के लिए TDS सर्वे में तेजी लाने का निर्देश

Edited By ,Updated: 10 Feb, 2017 03:12 PM

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चालू वित्त वर्ष की समाप्ति नजदीक देखते हुए केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कर अधिकारियों को स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) के मामलों की निगरानी बढ़ाने को कहा है।

नई दिल्लीः चालू वित्त वर्ष की समाप्ति नजदीक देखते हुए केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कर अधिकारियों को स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) के मामलों की निगरानी बढ़ाने को कहा है। सीबीडीटी ने टीडीएस कटौती नहीं होने अथवा एेसे मामले जहां टीडीएस में पिछले साल के मुकाबले 15 प्रतिशत से ज्यादा कमी आई है उनमें जांच पड़ताल और सर्वे तेज करने को कहा है। सीबीडीटी ने हाल ही में टीडीएस राजस्व की समीक्षा की है। 

विभाग के अनुसार 31 जनवरी 2017 तक उसे 2.85 लाख करोड़ रुपए का टीडीएस प्राप्त हुआ है जो कि इससे पिछले साल की तुलना में 14.79 प्रतिशत अधिक है। विभाग के लिए चालू वित्त वर्ष के दौरान टीडीएस राजस्व का 3.50 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया है। आगामी 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रत्यक्ष करों से कुल मिलाकर 8.47 लाख करोड़ रुपए से अधिक राजस्व प्राप्ति का बजट अनुमान है। टीडीएस संग्रह इसका मुख्य हिस्सा होता है। सीबीडीटी चेयरमैन सुशील चंद्र ने हाल ही में देशभर में आयकर अधिकारियों को भेजे संदेश में टीडीएस सर्वे बढ़ाने को कहा है। 

सर्वे के तहत कर अधिकारी किसी कारोबारी के परिसर में जाकर उसकी टीडीएस कटौती की जांच कर उसकी पुष्टि करते हैं। सीबीडीटी चेयरमैन ने अपने संदेश में कहा है, ‘‘एेसे सभी मामले जहां चालू वित्त वर्ष के दौरान टीडीएस भुगतान पिछले साल के मुकाबले 15 प्रतिशत से ज्यादा कम हुआ है उनमें संभावित सर्वे के तहत टीडीएस काट कर जमा कराने वाले व्यावसायी के कर अनुपालन रिकार्ड ध्यान में रखते हुए जांच की जानी चाहिए।’’ देशभर में स्थित सभी आयकर कार्यालयों से इन निर्देशों पर उठाए गए कदमों और उन पर की गई कारवाई के बारे में इस माह के अंत तक सीबीडीटी को रिपोर्ट देने को भी कहा गया है। 
 

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