Edited By shukdev,Updated: 29 Nov, 2018 09:29 PM
भारतीय अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7 से 7.4 प्रतिशत रहेगी। आर्थिक शोध संस्थान नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) ने यह अनुमान लगाया है। एनसीएईआर की वीरवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कृषि का वास्तविक...
नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7 से 7.4 प्रतिशत रहेगी। आर्थिक शोध संस्थान नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) ने यह अनुमान लगाया है। एनसीएईआर की वीरवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कृषि का वास्तविक सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) की वृद्धि दर तीन प्रतिशत रहने का अनुमान है। वहीं वास्तविक उद्योग जीवीए सात प्रतिशत रहेगा।
एनसीएईआर ने अर्थव्यवस्था की मध्यावधि समीक्षा में कहा गया है कि आधार मूल्य पर सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) 7 से 7.4 प्रतिशत रहेगा। इसमें कहा गया है कि ये अनुमान स्थिर मूल्य (2011-12) पर एनसीएईआर के वाॢषक जीडीपी के वृहद मॉडल पर आधारित हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाजार मूल्य पर जीडीपी की वृद्धि दर 7.4 से 7.7 प्रतिशत रहेगी।
डॉलर मूल्य पर निर्यात और आयात की वृद्धि दर क्रमश: 11.8 प्रतिशत और 16.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसी तरह चालू खाते का अधिशेष और केंद्रीय राजकोषीय घाटा क्रमश: जीडीपी का शून्य से नीचे 2.3 प्रतिशत और 3.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।