Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jul, 2018 04:32 PM
नकदी के संकट से जूझ रही फोर्टिस हेल्थकेयर को कई महीनों की तलाश के बाद आखिरकार मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर बरहाद के रुप में निवेशक मिल गया।
नई दिल्लीः नकदी के संकट से जूझ रही फोर्टिस हेल्थकेयर को कई महीनों की तलाश के बाद आखिरकार मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर बरहाद के रुप में निवेशक मिल गया। यह कंपनी फोर्टिस में 4,000 करोड़ रुपए निवेश करेगी जिसके लिए उसे 170 रुपए प्रति शेयर तरजीही तौर पर आवंटित किए जाएंगे।
बीते 3 जुलाई को फोर्टिस को आईएचएच और टीपीजी-मनिपाल कंपनी समूह से बोलियां प्राप्त हुईं लेकिन इसे लेकर पहले बोली लगाने वाले मुंजाल-बर्मन परिवारों और रेडिएंट लाइफ केयर ने इस बार बोली नहीं लगाई। फोर्टिस ने बयान में बताया कि स्वीकार किए गए प्रस्ताव के तहत आईएचएच उसमें 4,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी और उसे 170 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से कंपनी के शेयर तरजीही आधार पर आवंटित किए जाएंगे। इसके बाद आईएचएच सार्वजनिक शेयर धारकों के लिए एक अनिवार्य खुली पेशकश करेगी जो बची हुई 26 फीसदी शेयरधारिता के लिए होगी।
लेनी होगी CCI की मंजूरी
आईएचएच दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी हेल्थकेयर कंपनी है। 9 देशों में इसके 49 अस्पताल हैं, जहां 10,000 बिस्तर की क्षमता है। कंपनी जल्द ही शेयरधारकों की बैठक बुलाएगी और शेयरधारकों से इस सौदे के लिए मंजूरी मांगेगी। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से भी इसके लिए स्वीकृति ली जाएगी।
सिंगापुर में पार्कवे पैनटाई सबसे बड़ा प्राइवेट हेल्थकेयर ऑपरेटर है, जिसके पास 4 जेसीआई प्रमाणित मल्टी स्पेशियाल्टी अस्पताल माउंट एलीजाबेथ अस्पताल, माउंट एलीजाबेथ नोवेना अस्पताल, ग्लेनईगल्स अस्पताल और पार्कवे ईस्ट अस्पताल हैं। मलेशिया में पार्कवे पैनटाई दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट हेल्थकेयर प्रोवाइडर है, जहां इसके 10 पैनटाई अस्पताल, 4 ग्लेनईगल अस्पताल और सहायक हेल्थकेयर सर्विस हैं। भारत इसका तीसरा घर है, जहां 7 अस्पताल और 3 मेडिकल सेंटर हैं। यह अस्पताल और मेडिकल सेंटर चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई में स्थित हैं।