Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Sep, 2020 02:44 PM
ओयो होटल्स एंड होम्स के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि भू-राजनीतिक घटनाएं उन कंपनियों के लिए बड़ा जोखिम बनने जा रही हैं, जिनकी वैश्विक स्तर पर पहुंच है। अग्रवाल ने एआईएमए के एक कार्यक्रम में कहा कि
नई दिल्लीः ओयो होटल्स एंड होम्स के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि भू-राजनीतिक घटनाएं उन कंपनियों के लिए बड़ा जोखिम बनने जा रही हैं, जिनकी वैश्विक स्तर पर पहुंच है। अग्रवाल ने एआईएमए के एक कार्यक्रम में कहा कि ओयो ने इस जोखिम से निपटने के लिए ‘ग्लोबली लोकल' वैश्विक होते हुए भी स्थानीय की रणनीति अपनाई है। उन्होंने कहा, ‘‘भू-राजनीतिक प्रभाव उन कंपनियों के लिए एक बड़ा जोखिम बनने जा रहा है, जो वैश्विक हैं। चीन एक है, लेकिन इसी तरह दुनिया भर में कई देश हैं, जो ऐसी नीतियों को लागू कर रहे हैं, जिससे समय के साथ कंपनियों को राजनयिक सहयोगी के रूप में देखा जा रहा है, न कि केवल बड़े व्यवसायों के रूप में।''
वह अपने कारोबार पर भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के असर को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। अग्रवाल ने 2013 में ओयो की स्थापना की थी, जिसने कम बजट में भरोसेमंद गुणवत्ता की पेशकश की। ओयो सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित है। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी से ओयो के कारोबार को नुकसान हुआ है और कंपनी ने हाल के महीनों में उच्च प्रबंधन के वेतन में कटौती, विपणन खर्चों पर रोक और वैश्विक स्तर पर हजारों कर्मचारियों को अनिश्चित काल तक छुट्टी पर रखने की घोषणा की है।
अग्रवाल ने कहा कंपनी की रणनीति वैश्विक होते हुए भी स्थानीय होने की है और इसलिेए लंदन और डेनमार्क में ओयो की खासियत एक दूसरे से एकदम अलग है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी समान हैं लेकिन ब्रांड और सांस्कृतिक प्रभाव, कर्मचारी, नेतृत्व जहां तक हो सकता है, वे स्थानीय हैं।