Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 May, 2024 06:18 PM
भारत के होटल उद्योग के लिए इस साल की जनवरी-मार्च तिमाही अच्छी रही है। कारोबारी तथा छुट्टियां बिताने के स्थलों दोनों पर मजबूत मांग के चलते तिमाही के दौरान होटल उद्योग के प्रति कमरा राजस्व में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रियल एस्टेट...
नई दिल्लीः भारत के होटल उद्योग के लिए इस साल की जनवरी-मार्च तिमाही अच्छी रही है। कारोबारी तथा छुट्टियां बिताने के स्थलों दोनों पर मजबूत मांग के चलते तिमाही के दौरान होटल उद्योग के प्रति कमरा राजस्व में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रियल एस्टेट सलाहकार जेएलएल इंडिया ने बुधवार को एक बयान में कहा कि आतिथ्य क्षेत्र में सालाना आधार पर औसत दैनिक दर (एडीआर) में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप प्रति उपलब्ध कमरा राजस्व (रेवपीएआर) में 11.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
चेन्नई ने जनवरी-मार्च में प्रति उपलब्ध कमरा राजस्व में 21.7 प्रतिशत की सबसे मजबूत वृद्धि दर्ज की। जेएलएल इंडिया के अनुसार, ‘‘इस वृद्धि में योगदान देने वाले प्रमुख कारकों में कॉरपोरेट यात्रा, शादी और बैठकें, सम्मेलन, प्रदर्शनियों (एमआईसीई) आदि की मांग में वृद्धि शामिल है।'' वर्ष 2024 की पहली तिमाही में व्यवसायिक और अवकाश दोनों स्थलों में होटल के कमरों की मजबूत मांग देखी गई। प्रमुख व्यावसायिक बाजारों में कमरे भरे होने की दर औसतन 70 प्रतिशत करीब रही।