Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Apr, 2024 11:58 AM
लोकसभा चुनाव का शेयर बाजार पर कैसा असर पड़ेगा? इस सवाल की तस्वीर 4 जून को चुनावी नतीजा सामने आने के बाद साफ हो सकती है। मगर, हालिया इतिहास बता रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद अमूमन शेयर बाजार में तेजी आती रही है। इलेक्शन और मार्केट का क्या कनेक्शन है:
बिजनेस डेस्कः लोकसभा चुनाव का शेयर बाजार पर कैसा असर पड़ेगा? इस सवाल की तस्वीर 4 जून को चुनावी नतीजा सामने आने के बाद साफ हो सकती है। मगर, हालिया इतिहास बता रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद अमूमन शेयर बाजार में तेजी आती रही है। इलेक्शन और मार्केट का क्या कनेक्शन है:
चुनावी नतीजों से पहले कैसा माहौल?
- 2004 में इलेक्शन रिजल्ट से पहले सेंसेक्स और निफ्टी का रिटर्न नेगेटिव रहा।
- 2009, 2014 और 2019 में नतीजों से पहले दोनों सूचकांकों ने बढ़त दर्ज की थी।
- 26% की तेजी सेंसेक्स और 24% की निफ्टी में दर्ज की गई 2009 के रिजल्ट्स से पहले।
- ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, चुनाव नतीजों से पहले के 6 महीनों में तेजी।
- 1999 में चुनाव से पहले के 6 महीनों में 36.3% और 2004 में 6.7% की बढ़त दिखी Nifty में।
- 2009 में चुनाव से पहले के 6 महीनों में 30.6% और 2014 में 17.6% की तेजी रही।
- 2019 में चुनाव से पहले के 6 महीनों में Nifty 50 में 11.5% की बढ़त दर्ज की गई।
चुनाव बाद कैसी रही तस्वीर?
- 2004 से लेकर 2014 तक के चुनावी वर्षों में बाजार चढ़कर बंद हुआ था।
- 20% गिरावट 2004 में नतीजों के बाद लेकिन साल पॉजिटिव रिटर्न के साथ पूरा हुआ।
- 2009 में रिजल्ट से लेकर साल के अंत तक सेंसेक्स और निफ्टी 40% चढ़कर बंद हुए।
- 2019 में चुनाव के बाद भारतीय शेयर बाजार 5% के आसपास ही चढ़ सका।
- ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, नतीजों के बाद के 6 महीनों में चढ़ा है Nifty।
- 1999 में नतीजों के बाद के 6 महीनों में 5.4% और 2004 में 9.3% की बढ़त रही।
- 2009 में नतीजों के बाद के 6 महीनों में 37.8% और 2014 में 17.8% तेजी रही।
- 2019 में नतीजों के बाद के 6 महीनों में Nifty 50 में 1.5% की तेजी दर्ज की गई।
किन सेक्टरों में तेजी?
बैंकिंग, कंस्यूमर ड्यूरेबल्स और इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी जैसे सेक्टरों का प्रदर्शन चुनावी नतीजों के बाद दूसरों से बेहतर रहता आया है। हालांकि पावर और ग्रीन एनर्जी सहित इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते जोर के चलते चुनाव बाद इन सेक्टरों और इनसे संबंधित सेगमेंट्स का परफॉर्मेंस भी अच्छा रह सकता है।