Edited By Supreet Kaur,Updated: 19 Jul, 2019 11:19 AM
सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन कंपनी इंडिगो का संचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन के बोर्ड की आज अहम बैठक होने जा रही है। बोर्ड की इस बैठक पर सरकार भी निगाह बनाए रखेगी। इस बैठक में वित्तीय परिणामों पर विचार किया जाएगा। बैठक में कंपनी...
बिजनेस डेस्कः सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन कंपनी इंडिगो का संचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन के बोर्ड की आज अहम बैठक होने जा रही है। बोर्ड की इस बैठक पर सरकार भी निगाह बनाए रखेगी। इस बैठक में वित्तीय परिणामों पर विचार किया जाएगा। बैठक में कंपनी के कामकाज में संचालन को लेकर प्रवर्तकों के बीच विवाद पर भी चर्चा होगी। गौरतलब है कि पिछले एक साल से कंपनी के सह संस्थापक एवं प्रवर्तक राकेश गंगवाल का एक अन्य प्रवर्तक राहुल भाटिया से विवाद चल रहा है और अब यह खुलकर सामने आ गया है।
सरकार ने भी मांगा स्पष्टीकरण
बढ़ते विवाद के कारण कंपनी मामलों के मंत्रालय ने भी कंपनी से 10 दिनों में कॉर्पोरेट गवर्नेंस की चूक के मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। सरकार ने कंपनी कानून-2013 की धारा 206(चार) के तहत स्पष्टीकरण मांगा है। गंगवाल ने इसके बारे में पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड से शिकायत की थी। उन्होंने इस शिकायत की प्रतियां मंत्रालय और कंपनी मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण को भी भेजी थी।
क्या है विवाद का कारण
गंगवाल और भाटिया के बीच टकराव तब सामने आया जब गंगवाल ने कॉरपोरेट नियंत्रण के मुद्दों को लेकर बाजार नियामक सेबी को पत्र लिखा। उन्होंने कहा था कि इंडिगो से बेहतर तो पान की दुकान चलती है। इसके बाद भाटिया किसी सरकारी एजेंसी से कंपनी की बैलेंस शीट की जांच करवाने को लेकर तैयार थे, क्योंकि कंपनी के नजरिए से इसकी कार्यप्रणाली में कोई कमी नहीं है। बता दें कि इंडिगो में 37 फीसदी हिस्सेदारी राकेश गंगवाल की है जबकि राहुल भाटिया समूह की 38 फीसदी हिस्सेदारी है।