Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 May, 2019 01:26 PM
पाकिस्तान को भारतीय चाय का निर्यात 2019 में बढ़कर 2-2.5 करोड़ किलोग्राम हो सकता है। कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले और इसके बाद बालाकोट हमले के कारण दोनों देशों के बीच तनाव का चाय के निर्यात पर असर नहीं पड़ेगा। पिछले वर्ष पाकिस्तान को लगभग
कोलकाताः पाकिस्तान को भारतीय चाय का निर्यात 2019 में बढ़कर 2-2.5 करोड़ किलोग्राम हो सकता है। कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले और इसके बाद बालाकोट हमले के कारण दोनों देशों के बीच तनाव का चाय के निर्यात पर असर नहीं पड़ेगा। पिछले वर्ष पाकिस्तान को लगभग 1.58 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात किया गया था यानी भारत इस साल पाक को ज्यादा चाय पिलाएगा।
इंडस्ट्री के एग्जीक्यूटिव्स ने बताया कि केन्या में सूखे के कारण चाय का उत्पादन कम हुआ है और इससे मोम्बासा में नीलामी में प्राइसेज 15-20 प्रतिशत बढ़ गए थे। जयश्री टी एंड इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरैक्टर डी.पी. माहेश्वरी ने कहा कि इस वजह से पाकिस्तान भारत से अधिक चाय का आयात कर रहा है। पाकिस्तान को निर्यात की जाने वाली चाय का लगभग 80 प्रतिशत दक्षिण भारत और बाकी असम से होता है। भारतीय चाय के लिए रूस एक बड़ी मार्कीट है। 2018 में रूस ने भारत से लगभग 4.5 करोड़ किलोग्राम चाय खरीदी थी। ईरान का आयात 3.6 करोड़ किलोग्राम और इजिप्ट का करीब 1.13 करोड़ किलोग्राम था। भारतीय चाय निर्यातक अब ईराक में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। एग्जीक्यूटिव्स ने कहा कि अगर भारत से चाय का आयात करने वाले देश खरीदारी बढ़ाते हैं तो भारत का चाय निर्यात 2020 तक बढ़कर 30 करोड़ किलोग्राम हो सकता है।
इंडियन टी एसोसिएशन (आई.टी.ए.)के सैक्रेटरी सुजीत पात्रा ने बताया कि पाकिस्तान से नियमित भुगतान होता है। इसे लेकर भारतीय चाय निर्यातकों को अभी तक कोई समस्या नहीं हुई है। पाकिस्तान अच्छी मात्रा में भारतीय चाय खरीद रहा है और अगर यह ट्रैंड जारी रहता है तो इस वर्ष चाय का निर्यात बढ़ जाएगा।
प्रति व्यक्ति चाय की खपत लगभग 36% बढ़ी
पाकिस्तान में 2007 से 2016 के बीच प्रति व्यक्ति चाय की खपत लगभग 36 प्रतिशत बढ़ी है। यूनाइटेड नेशंस के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार पाकिस्तान में 2027 तक चाय की खपत बढ़कर 2,50,800 टन तक पहुंच सकती है। अभी यह आंकड़ा 1,72,911 टन का है।