Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Mar, 2019 04:31 PM
सरकार द्वारा आभूषण कंपनियों द्वारा चलाई जा रही बिना नियमन वाली जमा योजनाओं पर रोक लगाने के बाद कल्याण ज्वेलर्स इंडिया लि. (केजेआईएल) ने उम्मीद जताई है कि नियमन के दायरे में आने वाली आभूषण अग्रिम खरीद योजनाओं से
नई दिल्लीः सरकार द्वारा आभूषण कंपनियों द्वारा चलाई जा रही बिना नियमन वाली जमा योजनाओं पर रोक लगाने के बाद कल्याण ज्वेलर्स इंडिया लि. (केजेआईएल) ने उम्मीद जताई है कि नियमन के दायरे में आने वाली आभूषण अग्रिम खरीद योजनाओं से उसकी आमदनी में 25 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक राजेश कल्याणरमन ने मंगलवार को यह बात कही।
सरकार ने 21 फरवरी को अध्यादेश जारी बिना नियमन दायरे वाली जमा योजनाओं पर प्रतिबंध लगाया था। कल्याणरमन ने कहा कि कंपनी आभूषण खरीद की अग्रिम योजनाओं के जरिए उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इन योजनाओं के जरिए आमदनी में 25 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कंपनी को हालिया अध्यादेश से अपनी आभूषण खरीद की अग्रिम योजनाओं पर सकारात्मक असर पडऩे की उम्मीद है।
केरल की आभूषण कंपनी 2016 से ही ‘धनवर्षा और अक्षय’ जैसी अग्रिम खरीद योजनाएं चला रही है। इस योजना के तहत ग्राहक को 11 महीने तक मासिक किस्त के जरिए भुगतान करना होता है और उसके बाद वह कुल जमा राशि को दूसरे लाभ के साथ आभूषणों के साथ प्राप्त कर सकता है। योजना कंपनी कानून के तहत मंजूर है। वर्तमान में कल्याण ज्वैलर्स के देश में 102 स्टोर हैं। कंपनी के विदेशों में भी 32 स्टोर है। वर्ष 2017-18 में उसका कुल कारोबार 10,500 करोड़ रुपये रहा था।