Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 May, 2023 05:41 PM
नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) ने 1,000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति वाली आवास वित्त कंपनियों से पूर्व चेतावनी संकेत प्रणाली अपनाने को कहा है। इससे वित्तीय धोखाधड़ी की जांच करने और फंसे हुए कर्ज को काबू में रखने में मदद मिलेगी। एनएचबी ने हाल में एक...
नई दिल्लीः नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) ने 1,000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति वाली आवास वित्त कंपनियों से पूर्व चेतावनी संकेत प्रणाली अपनाने को कहा है। इससे वित्तीय धोखाधड़ी की जांच करने और फंसे हुए कर्ज को काबू में रखने में मदद मिलेगी। एनएचबी ने हाल में एक परिपत्र में कहा कि आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) द्वारा बताए गए धोखाधड़ी के मामलों के विश्लेषण से पता चला है कि ज्यादातर मामलों में ऐसा दूसरों की बिक्री को गलत तरीके से अपना दिखाकर, फर्जी आय या रोजगार के दस्तावेज देकर, फर्जी संपत्ति के दस्तावेज देकर हुआ।
एनएचबी ने कहा कि अक्सर इस तरह की कमियों की पहचान तभी की जाती है, जब ऋण लेने वाला मासिक किस्त (ईएमआई) देना बंद कर देता है। परिपत्र में आगे कहा गया, ‘‘इसलिए यह फैसला लिया गया है कि एचएफसी को एक पूर्व चेतावनी संकेत (ईडब्ल्यूएस) प्रणाली को अपनाना चाहिए, ताकि खाते के गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) में बदलने या धोखाधड़ी होने से पहले इसके बारे में जानकारी मिल सके।''