Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Apr, 2024 05:25 PM
मार्च 2024 में, भारत में डीमैट खातों (Demat accounts) की संख्या 15.1 करोड़ तक पहुंच गई। यह वृद्धि मार्च 2024 में 31 लाख नए डीमैट खाते खुलने के कारण हुई है।
नई दिल्लीः मार्च 2024 में, भारत में डीमैट खातों (Demat accounts) की संख्या 15.1 करोड़ तक पहुंच गई। यह वृद्धि मार्च 2024 में 31 लाख नए डीमैट खाते खुलने के कारण हुई है।
ब्रोकरेज कंपनी मोतीलाल ओसवाल के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में हर महीने औसतन 3.1 मिलियन नए डीमैट खाते खोले गए हैं। यह ट्रेंड पूरे साल जारी रहने की उम्मीद है। मार्च में, भारतीय बेंचमार्क निफ्टी 1.5% बढ़ा। इसमें यह बढ़ोतरी मजबूत मैक्रो संकेतों, दर में कटौती की उम्मीदों, निरंतर विदेशी निवेशक इनफ्लो और ओवरऑल पॉजिटिव ग्लोबल मार्केंट ट्रेंड के कारण हुआ। इसके अलावा, 2024 के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी जीत की संभावना ने भी निवेशकों को निवेश करने के लिए उम्मीद दी है।
दो डिपॉजिटरी सेवा प्रदाताओं (DSP) – CDSL और NSDL में से, CDSL बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रहा है। इसका मतलब है कि नए डीमैट खातों का एक बड़ा हिस्सा CDSL के साथ खोला जा रहा है। CDSL की बाजार हिस्सेदारी पिछले महीने (MoM) और पिछले साल (YoY) दोनों की तुलना में बढ़ रही है। दूसरी ओर, NSDL ने डीमैट खातों की कुल संख्या और नए खाते जोड़ने दोनों के लिए साल-दर-साल बाजार हिस्सेदारी खो दी है।
NSE पर एक्टिव ग्राहकों की संख्या महीने दर महीने 1.8% बढ़कर मार्च 2024 में 40.8 मिलियन हो गई। वर्तमान में, टॉप पांच डिस्काउंट ब्रोकर कुल NSE एक्टिव ग्राहकों का 63.8 प्रतिशत हैं, जबकि मार्च 2023 में यह 59.9 प्रतिशत था।