Edited By Pardeep,Updated: 29 Sep, 2019 09:12 PM
रिजर्व बैंक ने विवादों में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑरपेटिव बैंक (पीएमसी) के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह को पिछले साल ही पद से हटाने का सुझाव दिया था। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। रिजर्व बैंक ने दिवालिया हो चुकी कंपनी एचडीआईएल तथा उससे जुड़ी अन्य...
मुंबईः रिजर्व बैंक ने विवादों में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑरपेटिव बैंक (पीएमसी) के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह को पिछले साल ही पद से हटाने का सुझाव दिया था। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
रिजर्व बैंक ने दिवालिया हो चुकी कंपनी एचडीआईएल तथा उससे जुड़ी अन्य कंपनियों को बिना सही प्रक्रिया का पालन किए ऋण आवंटित करने के मामले में सिंह की संलिप्तता मिलने पर यह सुझाव दिया था। रिजर्व बैंक ने महाराष्ट्र के सहकारिता संगठनों के रजिस्ट्रार को सुझाव दिया था। हालांकि इसके बाद भी सिंह हाल तक पद पर बने रहे। रजिस्ट्रार या सिंह से इस बारे में फिलहाल संपर्क नहीं हो सका है।
सूत्र ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘रिजर्व बैंक ने 2017-18 के वार्षिक निरीक्षण में पाया कि चेयरमैन सिंह बिना उचित प्रक्रिया का पालन किये तथा नियामकीय सीमा से अधिक ऋण आवंटित कर एचडीआईएल की मदद कर रहे थे।'' रिजर्व बैंक ने पीएमसी को एचडीआईएल का सारा ऋण एनपीए में दर्ज करने के लिये भी कहा था। हालांकि तब पीएमसी ने कहा था कि एचडीआईएल को सिर्फ 258 करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है और उसके एवज में गारंटी रखी गयी है।