Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Mar, 2020 12:45 PM
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे ने अपनी कमर कस ली है। कोरोना के खिलाफ जंग में भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। मालगाड़ी को छोड़कर रेलवे ने 31 मार्च तक सभी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस को बंद करनी की घोषणा की है। इस फैसले के बाद करीब 12,500...
नई दिल्लीः कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे ने अपनी कमर कस ली है। कोरोना के खिलाफ जंग में भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। मालगाड़ी को छोड़कर रेलवे ने 31 मार्च तक सभी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस को बंद करनी की घोषणा की है। इस फैसले के बाद करीब 12,500 ट्रेनों का ऑपरेशन रुक जाएगा। इतना ही नहीं रेलवे ने इसके अलावा 500 सब-अर्बन ट्रेन के ऑपरेशन को भी बंद करने का फैसला लिया है। इस फैसले से पहले से कमाई में कटौती से जूझ रहे रेलवे को भारी नुकसान उठान पड़ेगा।
लगातार घट रही है कमाई
दरअसल भारतीय रेवले वैसे ही कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में अगर रेलवे की कमाई पर ध्यान दें तो वित्त वर्ष 2019-20 की तीनों तिमाही में रेलवे की कमाई में गिरावट दर्ज की गई है।
- वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही- अप्रैल 2019-जून 2019 तक रेलवे को यात्री किराए से 13,398.92 करोड़ रुपए की कमाई हुई।
- वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही- जुलाई 2019-सितंबर 2019 तक रेलवे को यात्री किराए से 13,243.81 करोड़ रुपए की कमाई हुई यानी रेलवे की कमाई पहली तिमाही के मुकाबले और भी घट गई।
- वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही- अक्टूबर 2019-दिसंबर 2019 तक रेलवे को यात्री किराए से 12844.37 करोड़ रुपए की कमाई हुई। पहली और दूसरी तिमाही के मुकाबले रेलवे की कमाई और भी घट गई।
एक महीने की कमाई
भारतीय रेलवे ने मार्च 2019 से दिसंबर 2019 तक के बीच कुल 39485 करोड़ की कमाई की। इन नौ महीनों का अगर औसतन निकाला जाए तो रेलवे की एक महीने की कमाई 4387 करोड़ रुपए हुई। इन आंकड़ों के मुताबिक रेलवे की एक दिन की कमाई करीब 146 करोड़ रुपए है। ऐसे में अब अगर 23 से 31 मार्च यानी की नौ दिनों का संचालन पूरी तरह ठप रहेगा तो रेलवे को केवल यात्री किराए से 1316 करोड़ कमाई का नुकसान होगा।
मालगाड़ी की सेवा पर रोक नहीं
हालांकि सामानों की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए मालगाड़ी का संचालन जारी रहेगा। रेलवे की तरफ से रोजाना 9000 मालगाड़ी का संचालन किया जाता है। इसके अलावा 9000 पैसेंजर्स ट्रेन और 3500 मेल एक्सप्रेस का संचालन होता है।
21 जून तक रिफंड क्लेम किया जा सकता है
टिकट कैंसलेशन को लेकर भी रेलवे ने नियमों मे ढील दी है। रेलवे की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, 31 मार्च तक जो ट्रेनें कैंसिल की गई हैं उसका फुल रिफंड 21 जून 2020 तक क्लेम किया जा सकता है।