भारत के एक प्रमुख शहर में रजिस्ट्री सिर्फ़ एक पेज की हाेगी, वाे भी सर्टिफिकेट की तरह। बात हाे रही है नाेएडा की जहां उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल ने पंजीकृत लेखपत्र को एक पेज के प्रमाणपत्र पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था शुरू की।
नई दिल्लीः भारत के एक प्रमुख शहर में रजिस्ट्री सिर्फ़ एक पेज की हाेगी, वाे भी सर्टिफिकेट की तरह। बात हाे रही है नाेएडा की जहां उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल ने पंजीकृत लेखपत्र को एक पेज के प्रमाणपत्र पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था शुरू की। इसके बाद अब लोगों को उनकी प्रॉपर्टी का बैनामा पूरी किताब के रूप में ढोने की जरूरत नहीं रह जाएगी। केवल एक पन्ने का प्रमाणपत्र सब रजिस्ट्रार कार्यालय उपलब्ध करवाएगा। मालूम हाे कि रजिस्ट्री विभाग का पूरा काम ऑनलाइन कर दिया गया है। कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से उत्तर प्रदेश के प्रेरणा सॉफ्टवेयर को देश में सबसे बेहतर माना गया है। इसके लिए सोसायटी की ओर से विभाग को सम्मानित भी किया जाएगा।
होंगी ये जानकारियां
एक पेज की सर्टिफिकेट नुमा रजिस्ट्री में खरीदने और बेचने वाले का नाम होगा। इसके साथ ही संपत्ति के क्षेत्रफल के साथ ही खसरा खतौनी के नंबर का ब्यौरा भी दर्ज होगा। साथ ही अब सत्यापित नकल हासिल करने के लिए लोगों को सब रजिस्ट्रार के दफ्तर नहीं आना पडेगा। स्टांप व रजिस्ट्रेशन विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करके उप-निबंधक कार्यालय में 100 रुपए शुल्क जमा करके प्रमाणपत्र हासिल कर सकेंगे।
माेबाइल से कर सकेंगे जमीन की जांच पड़ताल
किसी भी जमीन को खरीदने से पहले उसकी जांच पड़ताल अब मोबाइल, लैपटाप और कंप्यूटर पर कर सकेंगे। इसके लिए आपको विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा, जहां संपत्ति के मालिक का नाम, क्षेत्रफल और लोकेशन से लेकर सभी जानकारी मिल जाएंगी। यह व्यवस्था अब तक प्रदेश के सिर्फ तीन जिलों बाराबंकी, अंबेडकरनगर और श्रावस्ती में थी, जिसे जल्द पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
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