Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Jul, 2023 12:43 PM
जून में थोक महंगाई दर से बड़ी राहत मिली है और ये घटकर 8 सालों के निचले स्तर पर आ गई है। जून में थोक महंगाई दर -4.12 फीसदी पर आई है। इससे पिछले महीने यानी मई में थोक महंगाई दर -3.8 फीसदी पर रही थी। ये लगातार तीसरा महीना है जब
नई दिल्लीः जून में थोक महंगाई दर से बड़ी राहत मिली है और ये घटकर 8 सालों के निचले स्तर पर आ गई है। जून में थोक महंगाई दर -4.12 फीसदी पर आई है। इससे पिछले महीने यानी मई में थोक महंगाई दर -3.8 फीसदी पर रही थी। ये लगातार तीसरा महीना है जब होलसेल महंगाई दर निगेटिव में आई है। इसके 8 साल के निचले स्तर पर जाने के बाद महंगाई के मोर्चे पर कुछ राहत मिलती दिखाई दे सकती है।
क्यों आई महंगाई दर में गिरावट
वाणिज्य मंत्रालय से आए इस आंकड़े में बताया गया है कि किन आर्टिकल्स की महंगाई दर में गिरावट देखी गई है। इसमें मुख्य रूप से मिनरल ऑयल, खाने-पीने की वस्तुओं, बेसिक मेटल्स, क्रूड पेट्रोलियम और नैचुरल गैस के दामों में गिरावट आई है। इसके अलावा टेक्सटाइल के दाम भी निचले स्तर पर गए हैं जिसका असर महंगाई दर के कम होने के रूप में देखा जा रहा है।
लगातार तीसरे महीने शून्य से नीचे रही थोक महंगाई दर
यह लगातार तीसरा महीना है जबकि थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर शून्य से नीचे है। अप्रैल में यह -0.92 फीसदी पर थी और मई में यह -3.8 फीसदी पर आई थी जबकि जून में थोक महंगाई दर -4.12 फीसदी पर आई है।