फर्राटा भर रही व्यावसायिक वाहनों की बिक्री

Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Sep, 2018 12:10 PM

sale of commercial vehicles filled with furrata

व्यावसायिक वाहनों की जबरदस्त मांग के बीच उद्योग जल्द ही 10 लाख वाहनों के उत्पादन वाली जमात में शामिल होने जा रहा है। व्यावसायिक वाहन उद्योग यात्री कारों और दोपहिया की तरह ही 10 लाख वाहनों के क्लब में शामिल हो जाएगा।

नई दिल्लीः व्यावसायिक वाहनों की जबरदस्त मांग के बीच उद्योग जल्द ही 10 लाख वाहनों के उत्पादन वाली जमात में शामिल होने जा रहा है। व्यावसायिक वाहन उद्योग यात्री कारों और दोपहिया की तरह ही 10 लाख वाहनों के क्लब में शामिल हो जाएगा। कार और दोपहिया वाहन कई साल पहले ही इस जमात में शामिल हो चुके हैं। पिछले साल घरेलू तिपहिया विनिर्माताओं ने भी पहली बार दस लाख के आंकड़े को पार किया था। व्यावसायिक वाहनों के 10 लाख वाहनों के उत्पादन वाले क्लब में शामिल होने के बाद वाहन खंड में केवल ट्रैक्टर ही अकेला बचेगा जिसका सालाना उत्पादन 10 लाख से कम होगा। 

वित्त वर्ष 2019 के पहले 5 महीने में व्यावसायिक वाहनों का उत्पादन 52 फीसदी बढ़कर 4,57,524 वाहन रहा, जिनमें से करीब 90 फीसदी बिक्री स्थानीय बाजार में हुई। भारी और मझोले व्यावसायिक वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 72 फीसदी बढ़कर 1,78,688 वाहनों की रही, वहीं हल्के व्यावसायिक वाहनों की वृद्घि 41 फीसदी बढ़कर 2,78,836 वाहनों तक पहुंच गई। हालांकि इनकी वृद्घि में कम आधार का भी अहम योगदान रहा क्योंकि अप्रैल-अगस्त 2018 में इनका उत्पादन करीब 9 फीसदी घटा था। हालांकि 52 फीसदी की यह वृद्घि दर भले ही पूरे साल बरकरार नहीं रह सकी लेकिन वित्त वर्ष 2018 के 10.48 फीसदी की वृद्घि की तुलना में यह काफी ज्यादा रहेगी।

वॉल्वो आयशर कॉमर्शियल व्हीकल्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी विनोद अग्रवाल ने कहा कि अगर दूसरी छमाही में वृद्घि नरम रही तब भी सालाना वृद्घि 15 फीसदी से अधिक रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा, 'पहले 5 महीनों की वृद्घि को देखते हुए यह सुनिश्चित लगता है कि सालाना उत्पादन 10 लाख के आंकड़े को पार कर जाएगा।' पिछले वित्त वर्ष में 8,94,551 व्यावसायिक वाहनों का उत्पादन हुआ था। हालांकि किसी एक साल में सर्वाधिक उत्पादन वित्त वर्ष 2012 में हुआ था, जब 9,29,136 वाहनों का विनिर्माण हुआ था।

वाहन उद्योग का शीर्ष संगठन सायम ने पिछले हफ्ते कहा था कि वित्त वर्ष 2019 में व्यावसायिक वाहनों के उत्पादन के पहले के अनुमान को संशोधित करने की जरूरत है। साल की शुरुआत में 10 से 12 फीसदी वृद्घि का अनुमान लगाया गया था। अगस्त अंत तक घरेलू मांग में 41 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। निर्यात मांग भी 35 फीसदी बढ़ी है। टाटा मोटर्स में मझोले एवं भारी व्यावसायिक वाहन के प्रोडक्ट लाइन प्रमुख राजेश कौल ने कहा, 'हाल के महीनों में बिक्री को देखते हुए कहा जा सकता है कि घरेलू व्यावसायिक वाहन उद्योग में तेजी आ रही है। औद्योगिक गतिविधियों में सुधार, बुनियादी ढांचे के विकास और निजी-खपत आधारित क्षेत्रों की मांग से बिक्री बढ़ रही है। इस साल वृद्घि बरकरार रहने की उम्मीद है।'

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