Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 May, 2019 10:57 AM
यस बैंक का बोर्ड फाउंडर और पूर्व एमडी-सीईओ राणा कपूर से 1.44 करोड़ रुपए का बोनस वापस लेगा। आरबीआई के निर्देशों के तहत ऐसा किया जाएगा। यस बैंक ने गुरुवार को जारी सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी दी। एनपीए से जूझ रहा यस बैंक
नई दिल्लीः यस बैंक का बोर्ड फाउंडर और पूर्व एमडी-सीईओ राणा कपूर से 1.44 करोड़ रुपए का बोनस वापस लेगा। आरबीआई के निर्देशों के तहत ऐसा किया जाएगा। यस बैंक ने गुरुवार को जारी सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी दी। एनपीए से जूझ रहा यस बैंक कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियों की वजह से आरबीआई की जांच के दायरे में आया था।
यस बैंक की शुरुआत 2004 में हुई थी। राणा कपूर यस बैंक के फाउंडर और प्रमोटर्स में शामिल हैं। उनके पास बैंक के 4.32% शेयर हैं। पिछले साल अक्टूबर में आरबीआई ने उनका सीईओ और एमडी पद का कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। कॉरपोरेट गवर्नेंस में गंभीर खामियों और नियमों के पालन में लचर रवैए की वजह से ऐसा किया था।
राणा कपूर को वित्त वर्ष 2014-15 में 62 लाख 17 हजार 823 रुपए और वित्त वर्ष 2015-16 में 82 लाख 45 हजार 416 रुपए बोनस मिला था। 2016-17 और 2017-18 में कोई बोनस नहीं दिया गया। इस साल जनवरी में कपूर का कार्यकाल पूरा हुआ था। इससे पहले 10 महीने बतौर एमडी और सीईओ उन्हें 6.48 करोड़ रुपए सैलरी मिली थी।
राणा कपूर की जगह रवनीत सिंह गिल यस बैंक के नए एमडी और सीईओ बने हैं। उनका सालाना वेतन 6 करोड़ रुपए है। रिजर्व बैंक ने पिछले दिनों पूर्व गवर्नर (आरबीआई) आर गांधी को यस बैंक के बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया है। विश्लेषकों का कहना है कि पूंजी के मामले में यस बैंक की कमजोर बैलेंस शीट और स्थिति को देखते हुए एहतिहातन ऐसा किया गया है।