Edited By pooja verma,Updated: 17 Mar, 2020 11:45 AM
पंजाब पुलिस के सी.आई.डी. विंग में तैनात सीनियर सुपरिंटैंडैंट कुलविंदर सिंह की हत्या के मामले में सोहाना पुलिस ने उस पत्थर को भी रिकवर कर लिया है, जिसका इस्तेमाल आरोपी ने हत्या में किया था।
मोहाली (विनोद): पंजाब पुलिस के सी.आई.डी. विंग में तैनात सीनियर सुपरिंटैंडैंट कुलविंदर सिंह की हत्या के मामले में सोहाना पुलिस ने उस पत्थर को भी रिकवर कर लिया है, जिसका इस्तेमाल आरोपी ने हत्या में किया था। पुलिस ने इस पत्थर को केस प्रॉपर्टी बनाने का फैसला लिया। जब कोर्ट में केस की सुनवाई चलेगी, तो पत्थर को अदालत में पेश किया जाएगा। हालांकि पहले आरोपी द्वारा हत्या में प्रयोग की गई कार भी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
दूसरी तरफ आरोपी इकबाल सिंह व शीतल को चार दिन का रिमांड खत्म होने के बाद अदालत में पेश किया। आरोपियों का रिमांड लेने के लिए पुलिस ने कई तर्क रखे। अदालत ने आरोपी महिला को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया। जबकि आरोपी कुलविंदर सिंह का दो दिन का रिमांड पुलिस को और मिल गया। अब पुलिस वाले आरोपी से गहराई से पूछताछ करेंगे। साथ ही हत्या से जुड़ी सारी सच्चाई को सामने लाएंगे।
इस गलती से पकड़ में आया आरोपी इकबाल
जानकारी के मुताबिक कुलविंदर की हत्या के बाद इकबाल ने बीस लाख का चैक निकाल लिया था। साथ ही उसे बैंक में जमा करवा दिया था। बैंक की तरफ से 12 मार्च को कुलविंदर के परिवार को इस संबंध में फोन किया गया था। इसके अलावा बैंक के सीसीटीवी कैमरे में आरोपी कैद हो गया था। 10 मार्च की रात हत्या के बाद आरोपी इकबाल सिंह चंडीगढ़ के सैक्टर-23 स्थित घर पर रुका था।
कुलविंदर और शीतल की ऐसे हुई थी दोस्ती
जानकारी के मुताबिक मृतक कुलविंदर और शीतल 2006 में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। शीतल को अपने पति की मौत के बाद उनकी जगह नौकरी मिली थी। वहीं, कुलविंदर की पत्नी की भी कैंसर के चलते मौत हो चुकी थी। इसी बीच दोनों एक दूसरे करीब आ गए। वहीं, दोनों में दोस्ती गहरा गई। कुलविंदर का एक बेटा है।
जिसे इसी महीने कनाडा जाना था जबकि बेटी की शादी हो चुकी है। शीतल की भी एक बेटी है। शीतल 2019 में अपनी बेटी के दाखिले के लिए अमृतसर स्थित गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी गई थी। जहां पर उसकी मुलाकात आरोपी इकबाल सिंह से हुई थी। इकबाल सिंह भी वहां पर अपनी बेटी के दाखिले केलिए आया था। इसके बाद वह दोनों दोस्त बन गए।