Edited By ,Updated: 24 Apr, 2016 08:54 AM
चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में 31 मार्च के बाद से कैरोसीन बिक्री बंद कर दी है लेकिन उसके बावजूद शहर में कैरोसीन की कालाबाजारी जारी है। वहीं इसका कैरोसीन बंद बंद होने से गरीब परिवारों के लिए मुश्किल पैदा हो गई है।
चंडीगढ़, (रश्मि रोहिला): चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में 31 मार्च के बाद से कैरोसीन बिक्री बंद कर दी है लेकिन उसके बावजूद शहर में कैरोसीन की कालाबाजारी जारी है। वहीं इसका कैरोसीन बंद बंद होने से गरीब परिवारों के लिए मुश्किल पैदा हो गई है।
हालांकि प्रशासन ने गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों का ख्याल रखते हुए उनके लिए गैस चूल्हा और सिलैंडर फ्री में उपलब्ध कराए गए पर इन सभी के पास यह सब पहले से ही है।
चार गुना महंगा कैरोसीन
चंडीगढ़ को कैरोसीन फ्री घोषित करने से पहले यह 15 रुपए लीटर बिक रहा था लेकिन अब इसकी कालाबाजारी करने वाले चौगुने रेट पर इसे बेचने में लगे हैं। लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन इस बात से अनजान है।
उल्लेखनीय है कि कालाबाजारियों ने अपने गुप्त ठिकाने बनाए हुए हैं और वहां 50 रुपए लीटर के हिसाब से कैरोसीन दिया जाता है। लीटर से अधिक के लिए ग्राहक को इंतजार करने के लिए कहा जाता है।
कहा-कहां हो रहा इस्तेमाल
कालोनियों में रहने वाले लोग कैरोसीन प्रयोग करते हैं साथ ही शहर में जगह-जगह बैठे चाय बनाने वाले भी अधिकतर कैरोसीन हो प्रयोग करते हैं लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन को इसकी खबर नहीं।