Edited By pooja verma,Updated: 06 Jun, 2020 10:34 AM
पंचकूला में नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने हरियाणा डेयरी विकास प्राधिकरण के सहयोग से शहर के हर सैक्टर में खुम्बो कौ खेती की तरह वीटा-बूथों की बंदरबांट करके शहर व शहरवासियों की नाक में दम कर दिया है। कहीं-कहीं तो महज 50 फुट की दूरी पर...
पंचकूला ( मुकेश ): पंचकूला में नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने हरियाणा डेयरी विकास प्राधिकरण के सहयोग से शहर के हर सैक्टर में खुम्बो कौ खेती की तरह वीटा-बूथों की बंदरबांट करके शहर व शहरवासियों की नाक में दम कर दिया है। कहीं-कहीं तो महज 50 फुट की दूरी पर ही दूसरा वीटा बूथ अलॉट कर रखा है जबकि बीटा-बूथ नियमानुसार सिर्फ घनी आबादी वाले सैक्टर के बीच में पार्क के किसी कोने में खोला जा सकता है ;
ताकि निवासियों को बीटा-उत्पादन जल्द ही मिल सके। पंचकूला में ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा। पंचकूला की सिटीजंस वैल्फेयर एसोसिएशन ने इस बात का संज्ञन लिया असपेककला केउपायुक्त, नगर निमग को कमिश्नर और हरियाणा शहरी विकास प्राधीकरण को पत्र लिखकर उन बीटा बुथों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की जिन्होंने वीटा के अतिरिक्त अन्य प्रोडक्ट्स भी रखे हुए हैं।
घोटाला हो सकता है उजागर
साथ ही मार्कीट्स से इन्हें हटाकर आबादी के बीच में पार्कों के एक कोने में इन वीटा बूथों को शिट किया जाए। यह कहना बिलकुल गलत नहीं होगा कि अगर पिछले दो सालों के भीतर शहर में अलॉट हुए वीटा बूथों की हरियाणा सरकार उचित जांच करवाए तो बड़ा घोटाला भी उजागर हो सकता है। आरोप तो यहां तक भी हैं कि पंचकूला नगर निगम के एक पूर्व अधिकारी ने अपने चहेतों को शहर में वीटा बूथ दिलवाने में अहम भूमिका निभाई है।
किराया 1500 रुपए प्रतिमाह
सिटीजंस वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान एस.के. नैय्यर ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 2 सालों से तो इन वीटा बूथों की अलाटमैंट करने में नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं और तो और थोड़ी सी दूरी पर दूसरा बूथ खुलवाने के बाद स्थिति और सपष्ट हो जाती है कि इन बूथों की अलाटमैंट करने में कोई तो बात आवश्य ही है । हालांकि इन वीटा बूथों का किराया महज 1500 रुपए प्रति माह है जबकि सर्विस-बूथ का किराया कम से कम 30 से 50 हजार रुपए प्रति माह है।
बूथ में बैठे दुकानदार आज सिर पर हाथ रख कर बैठे हैं और डिप्रैशन में आ चुके हैं। योंकि वीटा-बूथों में वीटा-उत्पादित वस्तुएं गायब कर करियाणा, मुनियारी, कन्फैकश्नरी की दुकानें चल रही हैं ,कोई भी विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिस का कारण स्पष्ट तौर पर हरियाणा सरकार व जिन अधिकारियों ने वीटा बूथों को अलॉटमैंट बंदरबांट ढंग से की है वह ही उचित बता पाएंगे।