सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर पिंकी फिर पहुंचे हाईकोर्ट

Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 30 Nov, 2022 10:08 PM

central and punjab government along with d g p notice to

फिरोजपुर से 2 बार विधायक रहे परमिंद्र सिंह पिंकी को मिली वाई प्लस सिक्योरिटी वापस लिए जाने के बाद उन्हें 7 सुरक्षा कर्मी सुरक्षा के लिए दिए गए है जिन्हें अपनी व परिवार की जान माल की सुरक्षा के लिए नाकाफी बताते हुए उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट...

चंडीगढ़,(रमेश हांडा): फिरोजपुर से 2 बार विधायक रहे परमिंद्र सिंह पिंकी को मिली वाई प्लस सिक्योरिटी वापस लिए जाने के बाद उन्हें 7 सुरक्षा कर्मी सुरक्षा के लिए दिए गए है जिन्हें अपनी व परिवार की जान माल की सुरक्षा के लिए नाकाफी बताते हुए उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पिंकी की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि इंटैलीजैंस ब्यूरो की ओर से जिन लोगों को खतरा बताती सूची जारी की है, उसमें उनका नाम भी शामिल है। इसलिए उनकी व परिवार की सुरक्षा बढ़ाई जाए।

 

 

कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार, पंजाब सरकार व पंजाब के डी.जी.पी. को नोटिस जारी कर दिया है। इससे पहले आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से विशिष्ठ लोगों की सुरक्षा वापस लेने या काम करने के खिलाफ कई नेता हाईकोर्ट पहुंच गए थे उस वक्त सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद ही पिंकी की सिक्योरिटी वापस ली गई है जो कि सरकार पर आॢथक बोझ थी। 

 


कोर्ट को बताया गया था कि सिर्फ शान और रौब दिखाने के लिए कई वी.आई.पी. सिक्योरिटी का इस्तेमाल कर रहे थे जिसकी समीक्षा के बाद सभी की सुरक्षा वापस ली गई है या घटाई गई है। कोर्ट को बताया गया कि परमिंद्र पिंकी के पास वाई प्लस सिक्योरिटी थी जिसमें 28 पुलिस कर्मी व कई वाहन लगे हुए थे जिसकी उन्हें जरूरत नहीं है।
 

 

सरकार बदलते ही खतरा कैसे समाप्त हो गया?
पिंकी के वकीलों ने कोर्ट को बताया कि जिस व्यक्ति को लंबे अरसे से धमकी मिल रही हो और आतंकी उसे मारने पर तुले हों, उसे पूर्व सरकारों ने जैड श्रेणी तक की सिक्योरिटी दी हो उस व्यक्ति का सरकार बदलते ही खतरा कैसे समाप्त हो गया? यह समझ से परे है। कोर्ट को बताया गया कि पंजाब में आतंकवाद के दिनों में फिरोजपुर व आसपास के जिलों में आतंकवाद के खिलाफ परमिंद्र सिंह पिंकी आवाज उठाते रहे हैं।
 

 

 

बेअंत सिंह परिवार के करीबी हैं
याचिका में बताया गया है कि पिंकी पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के परिवार के करीबी रहे हैं और उनके पोते और विधायक गुरकीरत के करीबी दोस्त भी हैं। यही वजह है कि वह हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रहे हैं। याचिका में बताया गया कि उन्हें गुजरे 30 वर्षों में दर्जनों बार आतंकवादी संगठनों की ओर से धमकियां मिलती रही हंै जिसके चलते उन्हें पंजाब पुलिस द्वारा सिक्योरिटी दी गई थी। इससे पहले हाईकोर्ट ने ही मई 2022 में सरकार को परमिंद्र सिंह पिंकी की सुरक्षा में लगे 27 सुरक्षा कर्मियों को हटाकर उन्हें 2 सुरक्षा कर्मी देने के आदेश पारित किए थे।
 

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