Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jun, 2018 10:17 AM
नगर निगम को शहरवासियों को पेड पार्किंग के बढ़े रेट से हो रही परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है।
चंडीगढ़ (राय): नगर निगम को शहरवासियों को पेड पार्किंग के बढ़े रेट से हो रही परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है। निगम को तो केवल अपने राजस्व से मतलब है। निगम का मानना है कि अगर पेड पार्किंग चला रही कंपनी का ठेका कैंसल किया गया तो निगम को 14 करोड़ रुपए का नुक्सान उठाना पड़ेगा और दोबारा टैंडर करने व पार्किंग के रेट घटाने पर ऑडिट ऑब्जैक्शन भी लगेगा।
शुक्रवार को सदन की बैठक में यही सब देखने को मिला। हालांकि मेयर देवेश मोदगिल सहित पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षद पार्किंग के बढ़े रेट को कम किए जाने और पार्किंग ठेका कैंसल किए जाने पर एकमत थे लेकिन फिर भी इस पर कोई फैसला नहीं लिया जा सका। वहीं, काऊ सैस का बोझ भी पब्लिक पर डाल दिया गया। बिजली, शराब और वाहनों पर नगर निगम ने काऊ सैस लगाए जाने को सदन की बैठक में हरी झंडी दे दी।
सेवाओं का शुल्क भी बढ़ाया
निगम द्वारा वाली उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सेवाओं का शुल्क भी बढ़ा दिया गया है। काऊ सैस लगने से शहर में बिजली का बिल और नए व्हीकल की रजिस्ट्रेशन महंगी हो जाएगी। टू व्हीलर की रजिस्ट्रेशन 200 रुपए और फोर व्हीलर की रजिस्ट्रेशन करवाने पर 500 रुपए काऊ सैस के नाम से लाइसैंसिंग अथॉरिटी को देने पड़ेंगे।
कम्युनिटी सैंटर्स की बुकिंग भी महंगी कर दी गई है। नॉन ए.सी. कम्युनिटी सैंटर्स की बुकिंग के लिए अब 7500 रुपए चुकाने होंगे। ए.सी. कम्युनिटी सैंटर्स की बुकिंग 10000 रुपए से बढ़ाकर 15000 रुपए कर दी गई है।
सैक्टर-37 और 38 के कम्युनिटी सैंटर्स के रेटों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। साफ-सफाई के लिए सैक्टर-37 और 38 के कम्युनिटी सैंटर्स के लिए 2000 रुपए तय किए गए हैं तो वहीं अन्य के लिए यह रकम 1000 रुपए रखी गई है।
पालतु कुत्तों को खुले में शौच करवाया तो देना पड़ेगा 5500 रुपए जुर्माना
पालतु कुत्तों को अगर खुले में शौच करवाया गया तो कुत्ते के मालिक से नगर निगम 5500 रुपए जुर्माना वसूल करेगा। सैनिटरी इंस्पैक्टर अभियान शुरू करेंगे। पहले मालिक को चालान दिया जाएगा और अगर भुगतान न हुआ तो चालान की रकम पानी के बिल में लगाकर भेजी जाएगी। वहीं पालतु कुत्तों की रजिस्ट्रेशन में निगम ने पालतु कुत्तों का शौक रखने वाले लोगों को राहत दी है।
कुत्तों की रजिस्ट्रेशन के लिए 500 रुपए अदा करने होंगे। अगर मालिक अपने कुत्तों को रजिस्टर्ड नहीं करवाता है तो पहले उसे 500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा और दोबारा नियमों की अनदेखी करने पर जुर्माना 5000 रुपए हो जाएगा।
फंड जनरेशन पर हुई बहस
बैठक के दौरान दो मुद्दे छाए रहे, एक पेड पार्किंग, दूसरा फंड जनरेशन। पार्षदों और अधिकारियों के बीच जबरदस्त बहस हुई। गत बैठक के मिनट्स कन्फर्म होने के बाद बैठक के लिए प्रस्तावित राजस्व वृद्धि के लिए सुझाव पर सदस्यों की राय के लिए चर्चा शुरू हुई।
कमिश्नर ने कहा कि हमारे पास फंड न के बराबर है स्टडी करने पर पता चला कि अर्जित राजस्व से ज्यादा धन खर्च किया गया। वित्तीय स्थिति कमजोर है। बफर स्टॉक भी नहीं है। निगम के बकाया पैसों को यदि कलैक्ट किया जाए तो 50 करोड़ के लगभग बनते हैं।
वित्तीय संकट: चंडीगढ़ युवा कांग्रेस ने किए बूट पालिश
चंडीगढ़ युवा कांग्रेस ने भाजपा शासित नगर निगम के वित्तीय संकट को लेकर नगर निगम के बाहर बूट पालिश किए। उपाध्यक्ष संजीव बिरला व महासचिव हरमेल केसरी ने कहा कि नगर निगम वित्तीय संकट से जूझ रहा है व निगम को वह लोग बूट पालिश कर धन एकत्रित करके देना चाहते हैं।