GMCH-32 के डॉक्टरों का कमाल, 40 साल के मजदूर के जोड़े कटे पैर

Edited By Priyanka rana,Updated: 18 Jul, 2019 10:22 AM

gmch doctors

राजपुरा का रहने वाले राजेश (बदला हुआ नाम) रोजाना की तरह बोरवैल मशीन के साथ मजदूरी का काम कर रहा था

चंडीगढ़(पाल) : राजपुरा का रहने वाले राजेश (बदला हुआ नाम) रोजाना की तरह बोरवैल मशीन के साथ मजदूरी का काम कर रहा था, लेकिन 8 जुलाई को अचानक काम करते वक्त उसके दोनों पैर बोरवैल मशीन में आ गए। हादसा भयानक था कि उसका दायां पैर पुरी तरह टांग से अलग हो गया। बायां पैर महज स्किन के टिश्यू के साथ हल्का जुड़ा था। 

एक घंटे के अंदर उसे जी.एम.सी.एच.-32 एमरजैंसी में लाया गया। जिस वक्त मरीज को अस्पताल लाया गया उसका दायां पैर उसके परिजन साथ लेकर पहुंचे। डाक्टर्स भी मरीज को देखते ही फौरन उसे ओ.टी. में ले गए। जहां 10 घंटे की सर्जरी के बाद राजेश के दोनों पैरों को जोड़ दिया गया। यह पहला मौका था कि जी.एम.सी.एच. में इस तरह की रेयर सर्जरी की गई हो। 

रिकवरी में लगेगा अभी वक्त :
मरीज सर्जरी के बाद काफी अच्छा रिस्पांस कर रहा है। फिलहाल उसे आई.सी.यू. से शिफ्ट कर दिया गया है। मरीज एक नॉर्मल लाइफ जी सकेगा। इसके लिए उसकी रिकवरी को ट्रैक करना पड़ेगा। अगर कुछ दिक्कत आती है तो शायद एक या दो सर्जरी की जा सकती है। 

पी.जी.आई. में भी इस तरह की नहीं हुई कोई सर्जरी : बेदी
प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. मितेश बेदी, वैस्कूलर सर्जन डॉ. सिद्धार्थ गर्ग और ऑथोपैडिशियन डॉ. रोहित जिंदल की देखरेख में यह ऑप्रेशन किया गया है। डॉ. बेदी के मुताबिक पी.जी.आई. में भी इस तरह की कोई सर्जरी नहीं हुई है। वहीं, इंटरनैशनल लैवल पर देखा जाए तो कुछ गिने-चुने केस ही हैं, जिसमें सर्जरी के जरिए दोनों पैर जोड़े गए हों। जी.एम.सी.एच. के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि इस तरह की रेयर सर्जरी यहां हुई है। 

स्मॉल ब्लड वैसेल्स और मसल्स को जोड़ा :
इस तरह की सर्जरी इसलिए रेयर हो जाती है क्योंकि ओर्गन बिल्कुल बॉडी से अलग हो चुका होता है। डा. बेदी के मुताबिक इसलिए वापस उसे फिर से नॉर्मल शेप देना मुश्किल हो जाता है। सर्जरी के जरिए छोटी-छोटी स्मॉल ब्लड वैसेल्स और मसल्स को वापस जोड़ा गया है। 

बॉडी में बहुत-सी मसल्स व वैसेल्स होती हैं। कुछ इतने छोटे-छोटे होते हैं कि उन्हें जोडऩा काफी मुश्किल होता है, इसलिए इन सर्जरी में टाइम ज्यादा लगता है और एक्सपर्ट्स होना बहुत जरूरी है। जी.एम.सी.एच. का प्लास्टिक सर्जरी विभाग पिछले कई साल से बेहतर काम कर रहा है, जिनकी बदौलत काफी मुश्किल केस यहां किए जा रहे हैं। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!