Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 09:48 AM
जब भी मैं शूटिंग पर पहुंचता हूं खुद के सामने नया चैलेंज पाता हूं। मुझे हर बार कुछ नया सीखने को मिलता है जो मुझे अच्छा लगता है। मेरी कोशिश रहती है कि कभी भी अपनी किसी प्रोजैक्ट को रिपीट न करूं। यह कहना है एक्टर और होस्ट करण टैकर का।
चंडीगढ़, (नेहा त्रिपाठी): जब भी मैं शूटिंग पर पहुंचता हूं खुद के सामने नया चैलेंज पाता हूं। मुझे हर बार कुछ नया सीखने को मिलता है जो मुझे अच्छा लगता है। मेरी कोशिश रहती है कि कभी भी अपनी किसी प्रोजैक्ट को रिपीट न करूं। यह कहना है एक्टर और होस्ट करण टैकर का। करण इन दिनों छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले शो को होस्ट भी कर रहे हैं। करण ने बताया कि एक्टिंग को लेकर जुनून तो उनमें बचपन से ही जाग गया था। बकौल करण मुझे आज भी यदा है कि मैं स्कूल में हमेशा ड्रामा में पार्टिसिपेट करता था लेकिन इसमें मुझे हमेशा लड़की बना दिया जाता था। बॉयज स्कूल था तो हर प्ले में गोरे से लड़कों को लड़की बना दिया जाता था। स्कूल में मेरा बैस्ट फ्रैंड मेरी मां का रोल निभाती थी।
लगातार शूट के बाद भी एनर्जेटिक रहना कितना मुश्किल है ये पूछे जाने पर करण ने कहा कि उनके हिसाब से शायद मंच पर या कमरे में कोई जादू है, शूट से पहले आपको चाहे चोट लगी हो या दर्द हो रहा हो लेकिन मंच पर आते ही सब कुछ गायब हो जाता है।
करण से जब उनकी बलिये के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि मैं अब तक पूरी तरह सिंगल हूं लेकिन जब भी लाइफ में कोई स्पैशल आएगा में जरूर उसके साथ नच बलिये में बतौर कंटैस्टैंट हिस्सा लेना चाहूंगा।