Edited By Priyanka rana,Updated: 02 Feb, 2020 08:54 AM
पी.जी.आई. की झोली आम बजट 2020-21 में एक बार फिर खाली रह गई है। संस्थान को कोई खास सौगात नहीं मिल पाया है।
चंडीगढ़(पाल) : पी.जी.आई. की झोली आम बजट 2020-21 में एक बार फिर खाली रह गई है। संस्थान को कोई खास सौगात नहीं मिल पाया है। प्रबंधन की ओर से 2150 करोड़ रुपए के कुल बजट की मांग केंद्र सरकार से की गई थी। हालांकि संस्थान को इस बार 1551.53 करोड़ रुपए ही बजट स्वीकृत किए गए हैं। इस हिसाब से संस्थान को 598.47 करोड़ रुपए कम मिले हैं।
हालांकि, पी.जी.आई. डायरैक्टर का कहना है कि वे इससे निराश नहीं हैं, क्योंकि उनके सामने विकल्प खुले हुए हैं। जब भी उन्हें किसी प्रोजैक्ट के लिए बजट की जरूरत होती है तो वे सरकार के सामने डिमांड रखते हैं और उनकी मांगें को प्राथमिकता के साथ देखा जाता है। ऐसे में कोई दिक्कत आने वाली नहीं। दरअसल, पी.जी.आई. को समय-समय पर अतिरिक्त बजट भी मिलता रहता है।
ऐसे में संस्थान के निमार्णाधीन प्रोजैक्ट पर कोई खास असर नहीं पडऩे वाला है। पी.जी.आई. को आम बजट में स्वीकृत किए गए राशि की तुलना 2019-20 से करें तो इस बार संस्थान को 51.53 करोड़ रुपए अधिक मिले हैं जबकि पिछली बार संस्थान को कुल 1500 करोड़ रुपए अलॉट किए गए थे। जो इस बार 1551.53 करोड़ रुपए हैं।
गौरतलब है कि पी.जी.आई. के बजट का एक बड़ा हिस्सा संस्थान के डॉक्टर व कर्मचारियों की सैलरी में जाता है। इसके अलावा संस्थान हर साल करीब 155 करोड़ रुपए का बजट भी जैनरेट करता है। हालांकि इस बार लक्ष्य 160 करोड़ के करीब रखा गया है।
किस मद में पी.जी.आई. को कितना बजट हुआ अलॉट
श्रेणी 2019-20 2020-21 2020-21
(में बजट स्वीकृत) (में बजट की मांग) (में बजट में स्वीकृत)
सैलरी 1045.00 1300.00 1076.53
जनरल 123.00 140.00 140.00
क्रिएशन ऑफ 325 700 325
कैपिटल एसेटस
सैप 7.00 10.00 10.00
कुल 1500.00 2150.00 1551.53