Edited By Ajay kumar,Updated: 24 Feb, 2021 01:16 AM
खाली नहीं करवा सका पंजाब पुलिस का एन.आर.आई. विंग
मोहाली (नियामियां): पंजाब सरकार द्वारा भले ही एन.आर.आईज व्यक्तियों की जायदाद पर होने वाले कब्जों या फिर अन्य केसों संबंधी तेजी से कार्रवाई करने के लिए भले ही मोहाली शहर में प्रदेश स्तरीय एन.आर.आई. पुलिस थाना भी स्थापित किया गया है, परंतु इस पुलिस थाने में अपनी जायदाद संबंधी केस की सुनवाई के लिए बलविंदर सिंह मुलतानी नाम का एन.आर.आई. बार-बार चक्कर लगा कर थक चुका है।
पुलिस थाने में मुल्तानी की सुनवाई करने की बजाय उसकी कोठी पर कब्जा करने वाले प्राइवेट ठेकेदार पर मेहरबानी करना अधिक जरूरी समझी। मजबूर होकर विदेश से वापस आए मुल्तानी को अपनी शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मंगलवार को मोहाली प्रैस कल्ब में एक प्रैस कांफै्रंस को संबोधन करते हुए अमरीका के न्यूयार्क सिटी निवासी एन.आर.आई. बलविन्दर सिंह मुल्तानी ने बताया कि उसकी मोहाली के फेज-11 में 8 मरले की कोठी नंबर-2639 स्थित है जिसकी पहली मंजिल उन्होंने पिछले करीब 15 वर्षों से सरकारी कार्यों के ठेके लेने वाले एक प्राईवेट ठेकेदार को किराए पर दी हुई थी। मुल्तानी ने बताया कि वर्ष 2018 में उन्होंने अपने बच्चे भी अमरीका बुला लिए तो उसके बाद किराएदार ने किराया देने में आनाकानी शुरू कर दी और धीरे-धीरे किराया देना बंद ही कर दिया।
कोठी खाली करवाने के लिए पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
एन.आर.आई. बलविंद्र सिंह मुल्तानी ने बताया कि अमरीका से मोहाली वापस आकर जब उन्होंने मोहाली स्थित एन.आर.आई. पुलिस स्टेशन पहुंच कर अपनी कोठी की पहली मंजिल पर काबिज उक्त ठेकेदार से मकान खाली करवाने की मांग की तो पुलिस ने ठेकेदार के साथ कथित मिलीभुगत करके उसकी कोठी खाली करवाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। मुल्तानी ने बताया कि एन.आर.आई. पुलिस ने उसे इतना ज्यादा तंग करके रख दिया कि उस ठेकेदार की मिलीभुगत के साथ उसके खिलाफ जालसाजी करते हुए शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया और परेशान होकर उसे अपनी लिखित शिकायत वापस लेनी पड़ गई। उन्होंने मीडिया के द्वारा मुख्यमंत्री पंजाब, डी.जी.पी. पंजाब से मांग की कि उसकी मोहाली के फेज-11 में 8 मरले की कोठी नंबर-2639 की पहली मंजिल पर कब्जाकार ठेकेदार से कोठी खाली करवाई जाए और एन.आर.आईज की शिकायतें सही ढंग से हल
की जाएं।