Edited By pooja verma,Updated: 14 May, 2020 01:05 PM
पंजाब यूनिवर्सिटी (पी.यू.) के दफ्तर बुधवार से खुल गए। पहले दिन 33 फीसदी स्टाफ ने पी.यू. में अटैंडैंस लगाई और काम किया |
चंडीगढ़\ (रश्मि): पंजाब यूनिवर्सिटी (पी.यू.) के दफ्तर बुधवार से खुल गए। पहले दिन 33 फीसदी स्टाफ ने पी.यू. में अटैंडैंस लगाई और काम किया | जानकारी के मुताबिक विभागों में कुछेक जगहों को छोड़कर सोशल डिस्टैंसिंग का ही ध्यान रखा गया। हालांकि ज्यादातर कर्मचारी मास्क पहने थे आर सैनीटाइजर भी साथ रखे थे। ध्यान रहें कि पी.यू. में रोटेशन वाइज बुधवार से काम शुरू हो गया है। कैंपस में टैम्परेचर चैक करने की स्क्रीनिंग की मशीनें भी मंगवाई गई थी। मशीनों से सिक्योरिटी गार्ड ने विभाग में आने जाने वालों की स्क्रीनिंग की।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ऑफिस में काम हुआ
कैम्प्स में रजिस्ट्रार व एफ.डी.ओ. अपनी गाडिय़ों में ऑफिस पहुंचे। उन्होंने ऑफिस आने के लिए किसी ड्राइवर को साथ नहीं लिया। सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों की पालना करते ऑफिस में काम हुआ। वहीं पी.यू. के चीफ सिक्योरटी अफसर के साथ एक रैगुलर ड्राइवर की नियुक्त कर दी गई, जबकि नियमों के तहत चीफ सिक्योरटी अफसर के साथ किसी भी ड्राइवर की नियुक्त नहीं की जा सकती है। रैगुलर ड्राइवर का कहना है कि उनकी ड्यूटी पी.यू. की बसें चलाने की है, लेकिन उन्हें सी.एस.ओ. के साथ नियुक्त किया गया है।
सी-क्लास एसोसिएशन, फील्ड वर्कर यूनियन के साथ मिलकर इस मुद्दे पर प्रदर्शन भी किया। ड्राइवर रंजीत सिंह ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर ड्यूटी लगाई गई है। वहीं सी.एस.ओ. की गाड़ी सिक्योरटी गार्ड चलाते हैं। अब कुछ सिक्योरटी गार्ड का कोरोना को लेकर चैकअप भी चल रहा है। मुझे कोरोना का डर है।